Muzaffarpur Institute of Technology: अब एमआइटी में सिविल ब्रांच से भी एमटेक कर सकेंगे छात्र
MIT Muzaffarpur Institute of Technology एमआइटी मुजफ्फरपुर में अब छात्र-छात्राएं सिविल ब्रांच से भी एमटेक कर सकेंगे। एनबीए से मान्यता मिलने के बाद कॉलेज में यह तीसरा ब्रांच होगा जहां एमटेक की पढ़ाई शुरू होगी। डीएसटी और एआइसीटीई को भेजा जाएगा प्रस्ताव।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। MIT, Muzaffarpur Institute of Technology: एमआइटी मुजफ्फरपुर में अब छात्र-छात्राएं सिविल ब्रांच से भी एमटेक कर सकेंगे। एनबीए से मान्यता मिलने के बाद कॉलेज में यह तीसरा ब्रांच होगा जहां एमटेक की पढ़ाई शुरू होगी। कॉलेज में वर्तमान में मशीन लर्निंग और थर्मल इंजीनियरिंग से एमटेक कोर्स को मान्यता है। सिविल ब्रांच में जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग और ट्रांसपोर्टेशन इंजीनियरिंग में एमटेक की पढ़ाई शुरू होगी। इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसे पहले डीएसटी और उसके बाद एआइसीटीई को भेजा जाएगा। दोनों ही ब्रांच में सीटों की संख्या 20 से कम होगी। बता दें कि इस कोर्स को शुरू करने के लिए संबंधित ब्रांच का एनबीए से मान्यता मिलना जरूरी होता है। पिछले ही सप्ताह एमआइटी के सिविल ब्रांच को एनबीए से मान्यता मिली है।
बता दें कि शुक्रवार को कॉलेज के आधिकारिक ईमेल पर नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिएशन (एनबीए) की ओर से एमआइटी के बीटेक के सिविल इंजीनियरिंग विभाग को एनबीए से मान्यता मिलने की जानकारी दी गई थी। अब एमआइटी के सिविल ब्रांच से मिलने वाली डिग्री विदेशों में भी वैध मानी जाएगी। एमआइटी मुजफ्फरपुर सिविल ब्रांच में एक्रीडिएशन पाने वाला एनआइटी के बाद बिहार का दूसरा संस्थान बन गया है। टियर टू में बिहार से इकलौते संस्थान एमआइटी के सिविल ब्रांच का चयन किया गया है। एमआइटी के सिविल ब्रांच को एकेडमिक वर्ष 2021-22 और 2022-23 के लिए यह मान्यता मिली है। 30 जून 2023 तक यह वैद्य रहेगा। बता दें कि 19 से 21 मार्च तक एनबीए की टीम ने एमआइटी के सभी ब्रांच का मूल्यांकन किया था। टीम की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर सिविल ब्रांच को मान्यता दे दी गई है।