समस्‍तीपुर में अब लोगों को परिवार नियोजन का संदेश देगा सारथी रथ

Samastipur News स्वास्थ्य संस्थानों में 25 सितंबर तक चलाया जाएगा परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा समस्‍तीपुर के सदर अस्पताल परिसर से जागरूकता रथ रूपी सभी ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ज‍िले के ग्रामीण इलाकों में भी रथ को रवाना क‍िया गया है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 09:14 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 09:14 AM (IST)
समस्‍तीपुर में अब लोगों को परिवार नियोजन का संदेश देगा सारथी रथ
जागरूकता को लेकर सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते सिविल सर्जन व उपस्थित अन्य। जागरण

समस्तीपुर, जासं। अब लोगों को परिवार नियोजन का संदेश जागरूकता रथ देगा। जिले में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए मिशन परिवार विकास अभियान के तहत जागरूकता हेतु सारथी रथ रवाना किया गया। सिविल सर्जन डॉ. सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने सदर अस्पताल परिसर से हरी झंडी दिखा कर जागरूकता रथ रूपी सभी ई-रिक्शा को रवाना किया। सीएस ने कहा कि परिवार नियोजन की जरूरत के प्रति दंपतियों को जागरूक किया जा रहा है। जागरूकता रथ परिवार नियोजन के जनसंदेश को लेकर लोगों के बीच जाएंगे।

अभियान के केंद्र में नवविवाहित तथा एक संतान वाले दंपति विशेष रूप से शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी जागरूकता रथ को रवाना किया गया है। आरोग्य दिवस पर भी लोगों को परिवार नियोजन की जानकारी मिलेगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए ई-रिक्शा को बैनर पोस्टर से पाट दिया गया है। मौके पर डीपीएम एसके दास, डीपीसी डॉ. आदित्य नाथ झा, सुमन कुमार आदि उपस्थित रहे।

परिवार नियोजन से स्वस्थ रहते मां एवं बच्चे

परिवार नियोजन से माता व बच्चे अधिक स्वस्थ होते हैं, क्योंकि इससे जोखिम वाले गर्भों की रोकथाम की जा सकती है। गर्भनिरोधक साधनों का इस्तेमाल अवांछित गर्भ के डर को रोकता है। उन्होंने कहा पुरुष नसबंदी को लेकर कई मिथक हैं। सही जानकारी प्राप्त कर इस मिथकों को तोड़ना चाहिए। नवदंपति को जानना जरूरी है कि पहली संतान विवाह के कितने दिनों बाद हो तथा दो संतानों के बीच तीन साल का अंतराल क्यों आवश्यक है। इसकी जानकारी हर दंपति को होनी चाहिए।

सेविकाओं को अपना अधिकार पाने के लिए एकजुटता जरूरी

उजियारपुर। प्रखंड के बेलामेघ पंचायत की आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं की बैठक सोमवार को अरुण सहाय की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सेविकाओं ने अपनी विभिन्न परेशानियों के बारे में चर्चा की। सेविकाओं ने विभाग द्वारा मोबाइल से सभी काम निपटाने के लिए पदाधिकारियों से मिल रहे दबाव पर रोष प्रकट किया। जबकि विभाग द्वारा वर्षों पूर्व कार्बन कंपनी का उपलब्ध कराया गया मोबाइल खराब हो चुका है। सेविकाएं खराब मोबाइल को सीडीपीओ कार्यालय में जमा भी कर चुकी है। इसके बावजूद सेविकाओं को दूसरा मोबाइल नहीं उपलब्ध कराया गया है। वहीं मानदेय इतना कम है कि स्वयं का भरणपोषण भी संभव नहीं है। बैठक का पर्यवेक्षण करते हुए अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ की जिलाध्यक्ष किरण कुमारी ने सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि संघ में जुडकर सेविकाओं को एकजुटता का प्रदर्शन करना बहुत जरूरी है। एकता के बल पर ही सेविकाओं को अधिकार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि गत 27 अगस्त को संघ के नेताओं ने केंद्रीय बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराई है। इस टीम में वे भी शामिल थी। मंत्री ने संघ के नेताओं को आश्वासन भी दी हैं।

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