बिहार के मुजफ्फरपुर में कोरोना से हुई मौत में नहीं लिखा जा रहा कारण
कोरोना से मृत व्यक्तियों के पुर्जे पर मौत के कारण का उल्लेख नहीं करने का। इतना ही नहीं पुर्जे पर चिकित्सा पदाधिकारी की मुहर भी नहीं लगी रहती है। इस तरह की लापरवाही पर डीएम ने जताई नाराजगी।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले में कोरोना मरीज के इलाज से लेकर कई स्तर तक लगातार लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। नया मामला सामने आया है कोरोना से मृत व्यक्तियों के पुर्जे पर मौत के कारण का उल्लेख नहीं करने का। इतना ही नहीं पुर्जे पर चिकित्सा पदाधिकारी की मुहर भी नहीं लगी रहती है। मामला पकड़ में आने के बाद डीएम प्रणव कुमार ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है।
मालूम हो कि डीएम ने पिछले दिनों एसकेएमसीएच के कोविड वार्ड का निरीक्षण किया था। उन्होंने कई तरह की गड़बडिय़ां पकड़ी थीं। उन्होंने पाया था कि वार्ड में प्रतिनियुक्त पारामेडिकल कर्मी बिना पीपीई किट के मरीज की देखभाल कर रहे थे। वहीं संक्रमित मरीज के स्वजन भी वार्ड में बेरोकटोक आ जा रहे थे। इससे संक्रमण फैल रहा था। डीएम ने इसमें सुधार लाने की चेतावनी दी थी। मरीज के पुर्जे की जांच में पाया गया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु का उल्लेख नहीं किया जा रहा है। साथ ही इसमें चिकित्सा पदाधिकारी की मुहर नहीं थी। ऐसा नहीं होने से भविष्य में पीडि़त परिवार को सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता राशि में परेशानी हो सकती है। डीएम ने आगे से पुर्जे पर मृत्यु के कारण उल्लेख करने के साथ चिकित्सा पदाधिकारी की मुहर जरूर से लगाए जाने का निर्देश दिया गया है।
बगैर सूचना टीकाकरण केंद्र बदलने से परेशानी
पारू (मुजफ्फरपुर): बगैर सूचना टीकाकरण केंद्र बदले जाने से टीकाकरण को पहुंचे बुजुर्गों व युवाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पहले रामवि पारू को सेंटर घोषित किया गया था जहां बड़ी संख्या में लोग टीकाकरण को इंतजार करते रहे। घंटों बाद पता चला कि अब टीकाकरण पीएचसी पारू के हाल में ही होगा। आनन-फानन में लोग पीएचसी पहुंचे जहां टीकाकरण किया गया। देवरिया से पहुंचे दर्जनों लोगों ने चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओमप्रकाश से देवरिया में टीकाकरण केंद्र बनाने की मांग की।