दस दिनों के भीतर शिवहर में नहीं मिला कोई कोरोना संक्रमित मरीज
वर्तमान में कोरोना का एक केस भी एक्टिव नहीं है। जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या चार हजार 453 रही। इनमें चार हजार 389 लोग स्वस्थ्य हो चुके है। 64 लोगों की मौत हुई। कोरोना संक्रमण में कमी का सबसे बड़ा कारण रहा टीकाकरण और जन जागरूकता।
शिवहर, जासं। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के बेहतर निर्देशन और जन जागरूकता की बदौलत शिवहर जिला कोरोना से मुक्त हो चुका है। जिले में पिछले दस दिनों के भीतर कोई नया संक्रमित नहीं मिला है। जबकि, वर्तमान में कोरोना का एक केस भी एक्टिव नहीं है। जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या चार हजार 453 रही। इनमें चार हजार 389 लोग स्वस्थ्य हो चुके है। 64 लोगों की मौत हुई। कोरोना संक्रमण में कमी का सबसे बड़ा कारण रहा टीकाकरण और जन जागरूकता। स्वास्थ्य विभाग की टीम का पूरा फोकस ट्रेस और ट्रीटमेंट पर रहा। यहीं वजह हैं कि, जिले के कुल एक लाख 73 हजार 856 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है। वहीं 39 हजार 309 लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। इनमें शिवहर शहरी क्षेत्र के 18 पार के लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। वहीं प्रखंडों में भी 75 फीसद लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
जिला प्रशासन द्वारा द्वारा शत-प्रतिशत लक्ष्य के साथ बुधवार से जिले में दो दिवसीय विशेष टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई है। इसके लिए लिए केंद्र बनाए गए है। इसके अलावा जिले में टेस्टिंग पर खास ध्यान दिया गया है। साढ़े छह लाख की आबादी वाले शिवहर में अबतक चार लाख 53 हजार 918 लोगों का कोरोना जांच किया जा चुका है। सभी पीएचसी, प्रमुख बाजार और चौक-चौराहों पर सैंपल लेकर कोरोना जांच किया जा रहा है। जबकि, चलंत कोरोना जांच वाहन गांवों में जाकर घर-घर से सैंपल लेकर जांच कर रही है। जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच के लिए मशीन लगाने की पहल भी जारी है।
दूसरे राज्यों से आने वालों पर रहेगी स्वास्थ्य विभाग की नजर
जासं, मुजफ्फरपुर : जिले में कोरोना पाजिटिव केस नहीं मिलने के बाद फिर से केस नहीं बढ़े, इसके लिए दुर्गापूजा में दूसरे राज्यों से आने वालों पर स्वास्थ्य विभाग नजर रखेगा। विभाग ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी की है। जिले के सभी 12 सीएचसी व चार पीएचसी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने अपने क्षेत्रों में दूसरे राज्यों से आने वालों की सूची तैयार करें। इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविका की मदद लें। आशा व आंगनबाड़ी सेविका पंचायत स्तर पर हर घर में दूसरे राज्यों से अगर कोई आते हंै तो उसकी पूरी जानकारी जुटाएंगी और उसे सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को देंगी। इसके बाद उक्त व्यक्ति का कोरोना जांच कराना अनिवार्य होगा। अगर इस दौरान वह पाजिटिव मिलते हैं तो उनका सैंपल पूणे के लैब में डेल्टा प्लस तो नहीं है, की जांच करने के लिए भेजा जाएगा। सीएस डा. विनय कुमार ने कहा कि दुर्गापूजा में जो लोग दूसरे राज्यों से आते हंै, उनकी जांच अनिवार्य की गई है। अभी जिले में एक भी केस नहीं मिल रहा है। ऐसे में सतर्कता जरूरी है।