Sitamarhi news ; नेपाली महिला ने बॉर्डर पर जना जुड़वा बच्चा, एसएसबी जवानों ने दिखाई मानवता
सरहद पार कर हिंदुस्तान अपने मायका आ रही एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से बॉर्डर पर तड़पने लगी। ड्यूटी में तैनात बसबिट्टा बीओपी के जवानों की नजर इस महिला पर पड़ी और वे मदद के लिए दौड़ पड़े।
सीतामढ़ी, जेएनएन । सरहद की सुरक्षा में तैनात एसएसबी 20वीं बटालियन के जवानों ने शुक्रवार को फर्ज के साथ मानवता की मिसाल भी पेश की। सरहद पार कर हिंदुस्तान अपने मायका आ रही एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से बॉर्डर पर तड़पने लगी। ड्यूटी में तैनात बसबिट्टा बीओपी के जवानों की नजर इस महिला पर पड़ी और वे मदद के लिए दौड़ पड़े। तब तक महिला ने एक बच्चे को जन्म दे दिया। कुछ ही देर में महिला ने दूसरे बच्चे को भी जन्म दिया।
महिला की मदद के साथ उसको उसके घर सुरक्षाति पहुंचाने के लिए जवानों ने कैंप से अपनी गाड़ी मंगवाई। दो महिलाओं के साथ प्रसूता को उसके घर भलुअहिया भिजवाई। कमांडेंट तपन कुमार दास ने उन जवानों की प्रशंसा की। कहा कि शुक्रवार शाम पांच बजे के करीब बाला लङ्क्षखदर राम की पत्नी शांति देवी (ग्राम भलुअहिया) नेपाल से भारत अपने मायके आ रही थी।
बॉर्डर पिलर संख्या- 331/14 के पास सिजवा गांव से होकर उसको अपने घर आना था। उस दौरान गर्भवती महिला को ज्यादा तकलीफ होने पर ओपी ड्यूटी में तैनात जवान से खबर कैंप के जवानों को खबर मिली। दो जवान मदद में दौड़े। तब तक एक बच्चे का जन्म हो गया था। फिर कुछ ही देर में दूसरे बच्चे ने जन्म लिया। उनको गाड़ी न मिलने पर अपनी सरकारी गाड़ी से अन्य दो महिला और उनके भाई के साथ घर सुरक्षित पहुंचा दिया।