प्रभावी कार्यान्वयन नहीं होने से असफल होती हैं नीतियां

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर इंडियन इकॉनोमिक एसोसिएशन और इकॉनोमिक एसोसिएशन ऑफ बिहार की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन देशभर के वक्ताओं ने संबोधित किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 05:30 AM (IST)
प्रभावी कार्यान्वयन नहीं होने से असफल होती हैं नीतियां
प्रभावी कार्यान्वयन नहीं होने से असफल होती हैं नीतियां

मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर इंडियन इकॉनोमिक एसोसिएशन और इकॉनोमिक एसोसिएशन ऑफ बिहार की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन देशभर के वक्ताओं ने संबोधित किया। दूसरे दिन पहले सत्र में पैनल डिस्कशन में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी इंदौर से पहुंचे प्रो.कन्हैया आहुजा, डॉ.दिलीप कुमार समेत अन्य वक्ताओं ने नई शिक्षा नीति-2020 से जुड़े विभिन्न पहलुओं और इसके कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। कहा कि नीतियां को अच्छी ही बनती हैं, लेकिन सही और प्रभावी तरीके से उसका कार्यान्वयन नहीं हो पाने के कारण वह असफल हो जाती हैं। इस शिक्षा नीति में स्कील्स और तकनीकी पर विशेष जोर दिया गया है।

इस सत्र के मुख्य अतिथि कुवेमपु विवि कर्नाटक के कुलपति डॉ. वीरभद्रपा ने कहा कि यह शिक्षा नीति आने वाली पीढ़ी को बेहतर और स्कील्ड बनाएगी। कहा कि इस नीति के प्रभावी होने के बाद बड़ा परिवर्तन दिखेगा। प्रो. उग्रमोहन झा ने भी नीति के विभिन्न पहलुओं को बताया। इस दौरान डॉ. अजय कुमार और डॉ. एचसीएल दास की पुस्तक का विमोचन किया गया।

कानपुर विवि के डॉ. देवेंद्र अवस्थी ने कहा कि सरकारें बदलीं और समय-समय पर पुरानी शिक्षा नीतियों में खामियां बताकर बदलाव कर दिया गया। हमें शिक्षा को सबसे पहले खुद से जोड़ना होगा। सबसे पहले संस्थानों में असमानता को समाप्त करना होगा। शहरी क्षेत्र के स्कूलों में जो शिक्षा बच्चों को दी जा रही वही शिक्षा जब ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को मिलेगी तभी यह नीति सफल मानी जाएगी।

बिहार सरकार की ओर से कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक के कारण तीन दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का दूसरे दिन ही समापन करना पड़ा।

डॉ. अजीत सिन्हा एकेडमिक एक्सेलेंस अवार्ड से नवाजे गए डॉ. रवि : कार्यक्रम में सोशल साइंस के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे विवि के डॉ. रवि कुमार को अजीत कुमार सिन्हा एकेडमिक एक्सेलेंस अवार्ड से नवाजा गया। डॉ.रवि कुमार ने इस क्षेत्र में लगातार बेहतर कार्य किया है। अवार्ड मिलने पर डॉ.रवि को शिक्षकों और उनके गुरु रहे डॉ. संजय कुमार ने बधाई दी है। कहा कि इस कार्य में डॉ.संजय का निरंतर सहयोग मिल रहा है। वहीं तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के डॉ. राकेश कुमार को ब्रह्मानंद एक्सीलेंस एकेडमी अवार्ड से सम्मानित किया गया। आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले डॉ.संजय कुमार, डॉ.मनीषा, डॉ.मुकुंद कुमार, नेहा, डॉ.अनिल, डॉ.विनीत को भी सम्मानित किया गया। अतिथियों का स्वागत डॉ.संजय और धन्यवाद ज्ञापन डॉ.राकेश कुमार ने किया।

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