मुजफ्फरपुर में एटीएम फ्रॉड गिरोह में कई के नाम उजागर, गिरफ्तारी को विशेष टीम गठित
गिरफ्तार आरोपित के पास से एक दर्जन बैंकाें के डेबिड कार्ड बरामद किया गया था। पूछताछ में आरोपित मीनापुर बड़ा भारती के संयोग कुमार ने कहा कि वे लोग एटीएम में खड़े लोगों को झांसा देकर डेबिड कार्ड बदलने का काम करते है।
मुजफ्फरपुर, जासं। नगर थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े एटीएम फ्राड गिरोह के बदमाश के पूछताछ में कई के नाम उजागर हुए है। ये सभी मीनापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले है। गिरोह में दो दर्जन से अधिक युवक शामिल है। जिनके द्वारा जिले के विभिन्न इलाकों में घूमकर वारदात को अंजाम दिया जाता है। गिरफ्तार आरोपित के पास से एक दर्जन बैंकाें के डेबिड कार्ड बरामद किया गया था। पूछताछ में आरोपित मीनापुर बड़ा भारती के संयोग कुमार ने कहा कि वे लोग एटीएम में खड़े लोगों को झांसा देकर डेबिड कार्ड बदलने का काम करते है। फिर उसी डेबिड कार्ड से खाते से रुपये उड़ा लेते है।
नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि एटीएम फ्राड गिरोह के सभी बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम का गठन किया है। ये टीम मीनापुर इलाके में छापेमारी कर रही है। पुलिस रिकार्ड पर गौर करें तो हर दिन विभिन्न इलाकों में एटीएम फ्राड गिरोह के बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम दिया जाता है। कहा जाता है कि मीनापुर के उक्त गांव के अधिकतर युवा इसी गिरोह से जुड़े है। पूर्व में तत्कालीन एसएसपी के नेतृत्व में पूरे गांव में तलाशी ली गई थी। मगर सभी फरार मिले थे। इसके बाद कुछ दिनों तक ये लोग दूसरे शहर में वारदात को अंजाम दे रहे थे।
लेकिन, इन दिनों फिर से यहां सक्रिय हो गए है। बता दें कि दो दिन सिकंदरपुर इलाके में एटीएम में रुपये निकासी करने को गए सकरा मालपुर चक हजरत के सुरेंद्र कुमार का डेबिड कार्ड झपट लिया था। इसी क्रम में वह पकड़ा गया था। पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह एटीएम फ्राड गिरोह से जुड़ने के बाद इसका ट्रेनिंग लिया था। इसके बाद वारदात को अंजाम देने लगा। इसके अलावा गिरोह में शामिल विकास, चंदन सहनी, हरप्रीत कुमार और अनोज समेत अन्य के नाम सामने आए है। पुलिस का कहना है कि सभी पर मामला दर्ज कर गिरफ्तारी को कार्रवाई की जा रही है।