मुजफ्फरपुर में बिना जांच के ही कोरोना पोर्टल पर डाला नाम, छानबीन को पहुंची टीम

बताया गया कि मरीज की कोरोना जांच नहीं कराई गई था। मृतक शिव कुमार की हालत गंभीर होने पर उसे एसकेएमसीएच ले जा रहे थे। इसी दौरान उसकी मौत रास्ते में हो गई। इसके बाद वह शव को लेकर घर आ गये और अंतिम संस्कार कर दिया गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 09:36 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 09:36 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में बिना जांच के ही कोरोना पोर्टल पर डाला नाम, छानबीन को पहुंची टीम
शिव कुमार 2 अप्रैल को कोरोना टीका का पहला डोज लिया था।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना के मौत के बाद मुआवजा को लेकर हर स्तर पर सजगता बरती जा रही है बंदा में एक व्यक्ति की मौत का मामला गरमाया हुआ है कोना कि मृतकों की सूची पर पोर्टल का नाम आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पड़ताल शुरू कर दी है सिविल सर्जन अध्यक्षता में यह जांच चल रही है बांद्रा के एक मरीज के मामले में जिला स्तर से गठित टीम उसके घर पर जाकर पड़ताल की तो पता चला कि उसका करो नाच नहीं हुआ था। बंदरा प्रखंड के मतलूपुर गांव में 55 वर्षीय शिव कुमार की कोविड से हुई मौत की सूचना पर शुक्रवार को जांच करने स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची । जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके पांडे, मनीष कुमार व यूनिसेफ के राजेश कुमार शामिल थे. टीम ने मृतक शिव कुमार के घर पहुंच उसके स्वजनों से इसकी जानकारी ली। टीम ने सवजन से कोविड टेस्ट कराने की रिपोर्ट, कोविड होने के बाद किस अस्पताल में भर्ती किये गये और कहा गौत हुई की रिपोर्ट पर चर्चा हुई। बताया गया कि मरीज की कोरोना जांच नहीं कराई गई था। मृतक शिव कुमार की हालत गंभीर होने पर उसे एसकेएमसीएच ले जा रहे थे। इसी दौरान उसकी मौत रास्ते में हो गई। इसके बाद वह शव को लेकर घर आ गये और अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

इस तरह चला घटना

मृतक शिव कुमार 2 अप्रैल को कोरोना टीका का पहला डोज लिया था। इसके बाद उसे शाम को बुखार लगा। जिसके बाद उसे लेकर बंदरा पीएचसी ले जाया गया। जहां उसकी हालत में सुधार होने पर उसे घर भेज दी गई। इसके बाद पांच अप्रैल को उसकी हालत गंभीर होने पर एसकेएमसीएच ले जाया जा रहा था, जहां रास्ते में ही मौत हो गई। सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि पोर्टल पर कोरोना से मौत की जानकारी डाली गई थी।जिसके बाद टीम गठित कर जांच को उसके घर भेजा गया। जहां टीम ने जांच की। जांच के दौरान टीम को कोरोना से संबंधित साक्ष्य नहीं मिले हैं। 

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