मुजफ्फरपुर की समाजसेवी मैडम लगातार लगा रहीं चौके-छक्के, हर कोई हक्का-बक्का
जब से मैडम को इंटरनेशनल महिला संगठन की कुर्सी मिली है तब से हर दिन चौका-छक्का लगा रही हैं। वह इंटरनेट मीडिया पर खूब सक्रिय हैं। अपने कार्यों को इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर खूब चर्चा पा रही हैं। चर्चा में आते ही राजनीतिक दलों की नजर उनपर गई है।
मुजफ्फरपुर, प्रमोद कुमार। मैडम समाजसेवी हैं। सालों से सेवा धर्म निभा रही हैं, लेकिन जब से मैडम को इंटरनेशनल महिला संगठन की कुर्सी मिली है तब से हर दिन चौका-छक्का लगा रही हैं। वह इंटरनेट मीडिया पर खूब सक्रिय हैं। अपने कार्यों को इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर खूब चर्चा पा रही हैं। उनके चर्चा में आते ही राजनीतिक दलों की नजर उनपर चली गई है। उनसे पूर्व कुर्सी संभालने वाली अधिकांश समाजसेवी मैडम राजनीति के मैदान में उतर समाजसेवा से मिली चर्चा को भूना रही हैं। कुछ तो राजनीतिक दल में बड़ी कुर्सी संभाल रही हैं तो कुछ चुनावी मैदान में उतर अपने को आजमा चुकी हैं, लेकिन समाजसेवा में मिली चर्चा का लाभ उनको नहीं मिला। मैडम कभी महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं तो कभी लोगों को जागरूक कर रही हैं। यह अलग बात है कि कार्यक्रम के दौरान स्वयं कोरोना नियमों का पालन करना भूल जाती हैं।
बकरीद पर बड़े घर की बहू का लखनवी अंदाज
जिस अंदाज में बड़े घर की बहू ने बकरीद पर मुबारकवाद दी, वह चर्चा में है। बकरीद पर बड़ी बहू ने लखनवी पोशाक धारण कर आदाब करती तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर डाली हैं। साथ में बकरीद की मुबारकवाद दी हैं। उनकी यह अदा उनको जानने वालों को खूब भा रही है। बड़े घर की बहू समाजसेवा से राजनीति के मैदान में ऊंची उड़ान भर रही हैं। दो साल में अपनी सक्रियता से सरकारी पार्टी में प्रदेश स्तर की नेत्री बन चुकी हैं। वह इंटरनेट मीडिया पर भी खूब सक्रिय रहती हैं। पोशाक की शौकीन हैं। पर्व-त्योहार के अवसर पर विशेष पोशाक धारण कर अपनी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर जरूर शेयर करती हैं। वह मौसम एवं समय के अनुसार अपने को ढाल लेती हैं, लेकिन बकरीद पर उन्होंने जिस अंदाज में अपने को पेश किया वह सबसे अलग है। अल्पसंख्यक समाज के लोग तो उनके कायल हो गए हैं।
राजनीतिक अवकाश से लौटीं मैडम
विधानसभा चुनाव के बाद मैडम राजनीतिक अवकाश पर चली गई थीं। चुनाव के समय फूल पार्टी ने मैडम को पटना जाने वाली गाड़ी का टिकट नहीं दिया था। इससे नाराज होकर मैडम बंगला में चली गई थीं, लेकिन बाद में फूल पार्टी ने मैडम को उडऩखटोला पर घूमाकर मना लिया था। चुनाव खत्म होते ही मैडम राजनीतिक अवकाश पर चली गई थीं। इधर,बीते एक सप्ताह से मैडम सक्रिय हो गई हैं। अपने इलाके में भ्रमण कर नदी के पानी में डूबे लोगों की पीड़ा पर मरहम लगा रही हैं। उनके दर्द को बांट रही हैं। पार्टी की गतिविधियों में उनकी उपस्थिति दिखाई पडऩे लगी है। इंटरनेट मीडिया पर भी मैडम अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। अपनी गतिविधियों को खूब शेयर कर रही हैं। मैडम के राजनीतिक अवकाश से लौटने एवं उनकी सक्रियता से इलाके की राजनीति गरमा गई है।
सजना है पुरस्कार के लिए
शहर की एक संस्था सजने-संवरने की प्रतियोगिता करा रही है। इसमें बड़ी संख्या में युवतियां भाग ले रही हैं। सजधज कर अपनी तस्वीर डाल रही हैं। समाजसेवी मैडम भी इसमें पीछे नहीं हैं। वह भी सज-संवर कर प्रतियोगिता में शामिल होने को अपनी तस्वीर डाल रही हैं। हो भी क्यों नहीं, सजने-संवरने की कोई उम्र नहीं होती। समाजसेवी मैडम महिलाओं की इंटरनेशनल संस्था से जुड़ी हैं। समाजसेवा से मैडम ने खूब नाम कमाया है। इसलिए लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। मैडम सेवा के साथ-साथ अपनी प्रतिभा को दिखाने का कोई मौका हाथ से नहीं जाने देती हैं। हाल ही में उन्होंने गायन प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। अब वह सजने संवरने की प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। मैडम का सजना संवरना चर्चा में है। उनको जानने वाले मैडम के इस रूप की सराहना कर रहे हैं।