Muzaffarpur Weather Forecast : अगले दो दिनों तक नहीं मिलने जा रही बारिश से मुक्ति, जानें पूर्वानुमान

Muzaffarpur Weather Forecast चक्रवात यास के प्रभाव से झारखंड के ऊपर अभी तक एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। इसके कारण हो रही है बारिश। बिजली आपूर्ति बाधित होने से बढ़ी लोगों की परेशानी। अधिकतम तापमान 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 07:14 AM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 07:14 AM (IST)
Muzaffarpur Weather Forecast : अगले दो दिनों तक नहीं मिलने जा रही बारिश से मुक्ति, जानें पूर्वानुमान
पूरबा हवा औसतन 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है।

मुजफ्पफरपुर, जागरण संवाददाता। चक्रवात यास के प्रभाव से झारखंड के ऊपर अभी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण सुबह से बूंदा बांदी चल रही है। अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की सभावना रहेगी। एक बड़े गंभीर चक्रवाती तूफान के संकेत हैं। इसको देखते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी डा.ए सत्तार ने बताया कि इस चक्रवात का असर उत्तर बिहार के मैदानी इलाके में है। इस दौरान तेज हवा के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 85 प्रतिशत तथा दोपहर में 45 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूरबा हवा औसतन 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। मीनापुर के कृषि समन्वयक सुशील कुमार मिश्रा ने बताया कि

चक्रवात के कारण हो रही बारिश से केला, आम,लीची व मूंग के लिए हानिकारक है। वहीं यह मौसम धान के बिचडा गिराने के लिए अनुकूल है। खेत में नमी हो गया है। किसान बिचडा गिरा सकते है।

आंधी-तूफान में भी रेल यात्रियों के नहीं रुके कदम

मुजफ्फरपुर: आंधी-तूफान में भी रेल यात्रियों की कदम नहीं रुक रहें। पेट की आग के सामने आंधी-तूफान की भी परवाह नहीं कर रहे। चक्रवाती तूफान की खबर होने के बाद भी काफी संख्या में रेल यात्री गुरुवार को शुभ यात्रा कर कमाने निकल गए। कांटी के रमेश कुमार ने बताया कि, पूर्वांचल की टिकट कंफर्म थी। इसलिए अवसर गवाना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि, एक पखवारे पहले कोरोना का हल्ला होने पर घर लौट आ गए थे। लेकिन 20 दिनों तक लगातार घर पर बैठे रहने से बोर हो गए। मजदूरी मिल नहीं रही थी इसलिए कमाने चल दिए।बता दें कि, दस दिन पहले जिस तरह से जाने वाली ट्रेनों में कोई जाना नहीं चाह रहे थे। उसी तरह से भीड़ दोगुनी होती जा रही। दिल्ली, पंबाज, मुंबई आदि जगहों के लिए काफी संख्या में लोग परदेश के लिए रवाना हो रहे हैं। एक रेलकर्मी ने बताया कि, सभी ट्रेनों में सौ से तीन सौ तक वेटिंग चल रही है। ग्रामीण इलाकों से गाड़ियां भाड़ा पर लेकर सुबह में ही पुलिस के डर से रेलवे स्टेशन पहुंच जा रहे हैं। साथ में घर से कुछ नास्ते भी ले लिए, ट्रेन की प्रतीक्षा के दौरान रेलवे स्टेशन पर ही खा लिए। स्टेशन पर बोतलबंद पानी एवं अन्य सामग्री भी खाने-पीने की मिल जा रही है।

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