Muzaffarpur weather: उत्तर बिहार के मौसम में बदलाव, आसमान में छाए रहेंगे हल्के बादल
उत्तर बिहार में मौसम में दिखने लगा बदलाव बढ़ने लगी ठंड आसमान में छाए रहने की उम्मीद जताई गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
समस्तीपुर, जासं। उत्तर बिहार के जिलों में अभी मौसम शुष्क बना रहेगा। अगले कुछ दिनों तक आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा कहा गया गया है कि पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 80 प्रतिशत तथा दोपहर में 45 से 55 प्रतिशत रहने की संभावना है। औसतन 3 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चलने की संभावना है।
भाप व काढ़ा के सेवन से दूर हो सकता सर्दी जुकाम
रामनगर। मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। दिन में गर्मी तो, शाम व सुबह में गुलाबी ठंड पड़ रही है। ऐसे में लोगों को सर्दी, खांसी, जुकाम आदि की समस्या परेशान कर रही है। जिसके मरीज भी पीएचसी में आ रहे हैं। कुछ लोग इन मौसमी बीमारियों को कोरोना भी समझ लेते हैं। जिससे अपनी जांच भी कराते हैं। हालांकि कोरोना का मामला नहीं निकलता है। पर, चिकित्सकों की माने तो, अगर लक्षण दिखाई देता है तो, पीएचसी में जांच अवश्य करा लें। अगर जांच नहीं भी कराते हैं तो, घर में रहते हुए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। इससे अगर संक्रमण है भी तो, परिवार के दूसरे सदस्य संक्रमण से बच सकेंगे।
पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रभूषण का कहना है कि वैसे तो, पीएचसी में सभी तरह की दवाएं उपलब्ध हैं। पर, साधारण मौसमी संक्रमण, फ्लू, खांसी को भाप लेकर हीं ठीक किया जा सकता है। वहीं अदरक, दालचीनी वाले काढ़ा के सेवन से भी इन मौसमी बीमारियों में फायदा होता है। यह प्राकृतिक व आसान तरीका है। चिकित्सक का कहना है कि कोरोना के संक्रमण की जांच करा ली जाए तो, इससे इलाज में भी आसानी होती है। वैसे संक्रामक रोग फ्लू आदि एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल जाते हैं। इसलिए इसमें भी कोरोना की तरह एहतियात बरतना जरूरी होता है।