मुजफ्फरपुर: ट्राली मैन की बहाली में अवैध वसूली को लेकर भिड़ीं दो महिलाएं

ट्राली मैन की बहाली पर सिविल सर्जन सख्त उपाधीक्षक से मांगी रिपोर्ट कौन कहां पर कर रहा काम। निजी सुरक्षा प्रहरी के सुपरवाइजर ने बीच-बचाव कर हंगामा को कराया शांत। सिविल सर्जन ने मांगी लिखित शिकायत वसूली पर होगा एक्शन।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 09:38 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 09:38 AM (IST)
मुजफ्फरपुर: ट्राली मैन की बहाली में अवैध वसूली को लेकर भिड़ीं दो महिलाएं
सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने उपाधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।

मुजफ्फरपुर, जासं। सदर अस्पताल में बहाली में अवैध वसूली को लेकर ट्राली मैन व सुरक्षा प्रहरी महिलाएं आपस में उलझ गईं। जमकर हंगामा तथा गाली-गलौज हुआ। मारपीट की नौबत से पहले परिसर में तैनात सुरक्षा प्रहरी सुपरवाइजर ने बीच बचाव कर शांत कराया। सुरक्षा प्रहरी महिला सुपरवाइजर से भी लड़ गई। सुरक्षा प्रहरी महिला धमकी देते हुए परिसर से निकली। इस घटना की जानकारी मिलने पर सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने उपाधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।

इस तरह से चला मामला

ट्राली मैन के रूप में बहाली के लिए सुनीता देवी से सुरक्षा प्रहरी ने 1500 रुपये ली। सिक्यूरिटी एजेंसी में निबंधन के लिए प्रहरी एक हजार रुपये जमा की। जब उसका मानदेय आया तो पता चला कि पांच सौ कम है। जिस एजेंसी के द्वारा वह बहाल है, उस एजेंसी मेें जाकर पता करने पर जानकारी मिली कि वहां पर 1500 जमा करना था लेकिन वहां पर केवल एक हजार जमा किया गया। उसके बाद वह दो माह से सुरक्षा प्रहरी से पांच सौ की राशि मांग रही थी लेकिन उसे नहीं दिया जा रहा था। इस संबंधी में सुरक्षा प्रहरी के सुपरवाइजर सतीश कुमार शर्मा ने बताया कि अचानक दो महिलाएं आपस में लडऩे लगी। किसी तरह से शांत कराया। इसकी जानकारी मुख्यालय को दे दी गई है। बताया कि मुख्यालय की ओर से सुरक्षा में तैनात महिला को दो दिन पहले हटा दिया गया है। अवैध वसूली की छानबीन चल रही है।

कोरोना बहाली के बाद ट्राली मैन व सुरक्षा प्रहरी के औचित्सक पर उठाया सवाल

सिविल सर्जन डा.शर्मा ने इस संबंध में कहा कि कोरोना वार्ड बंद है और मरीज नहीं आ रहे, इसके बावजूद ट्राली मैन व सुरक्षा प्रहरी महिलाओं का क्या औचित्य है। उनको जानकारी मिली है उसके हिसाब से 80 से 100 की बहाली हुई है। कितनी बहाली है, कौन कहां पर तैनात है, उसका नाम, परिचय पत्र, उससे काम लेने का औचित्य क्या है। इसकी जानकारी दो दिन के अंदर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा.एनके चौधरी को देने के लिए कहा गया है। सीएस ने कहा कि रिपोर्ट आने पर एक्शन लेंगे। किसी भी कीमत पर सरकारी राशि का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।  

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