सच्ची कविता में होती अमोघ शक्ति, यह मनुष्य को ग्रंथियों से मुक्त करती है

ऑनलाइन हुआ महावाणी स्मरण का आयोजन देश के कई कवियों ने लिया हिस्सा। बेला पत्रिका के संपादक कवि गीतकार डॉ. संजय पंकज ने कहा कि सच्ची कविता में अमोघ शक्ति होती है। शब्द छंद और लय का प्रभाव हमारे तन मन प्राण बुद्धि और आत्मा पर पड़ता है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:12 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:12 AM (IST)
सच्ची कविता में होती अमोघ शक्ति, यह मनुष्य को ग्रंथियों से मुक्त करती है
आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री एक सुरसधे साधक कवि थे। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री की कविता 'संकट में साहस' पर शुक्रवार को ऑनलाइन महावाणी स्मरण का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय सहित देश के कई कवियों ने हिस्सा लिया। बेला पत्रिका के संपादक कवि गीतकार डॉ. संजय पंकज ने कहा कि सच्ची कविता में अमोघ शक्ति होती है। शब्द, छंद और लय का प्रभाव हमारे तन, मन, प्राण, बुद्धि और आत्मा पर पड़ता है। वह मनुष्य को ग्रंथियों से मुक्त करती है, विराट बनाती है। संकट में साहस भरने का काम करती है। आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री एक सुरसधे साधक कवि थे। विश्वकवि रवींद्रनाथ की जयंती पर भी चर्चा की। कहा कि आचार्यजी की रचनात्मक प्रतिस्पर्धा रवींद्रनाथ की रचनाधर्मिता से सदा रही। दोनों ही कविता और संगीत के साधक थे। इनकी कविताओं में लय का आरोह-अवरोह केवल रस ही पैदा नहीं करता है बल्कि चेतना को आलोकित भी करता है।

अध्यक्षता गीतकार डॉ. शारदा चरण ने की। कहा कि शास्त्रीजी का कविकर्म प्रकृति निष्ठा और सामाजिक दायित्व से संयुक्त है। गीतकार डॉ. विजय शंकर मिश्रा ने गीत गाकर सभी में उर्जा का संचार कर दिया।

स्वागत संबोधन में जयमंगल मिश्रा, कविगोष्ठी में मुरारी लाल गुप्त, गीतेश ग्वालियर, राजदेव सिन्हा जमशेदपुर, अनिल कुमार झा देवघर, वीरेंद्र आस्तिक कानपुर, डॉ. अनिल कुमार राउरकेला, शिव मोहन ङ्क्षसह देहरादून के साथ ही सत्येंद्र कुमार सत्येन, रामवृक्ष चकपुरी, डॉ. कुमारी अनु, श्यामल श्रीवास्तव, विमल कुमार, अभिषेक अंजुम, प्रेरणा भारती ने अपनी बहुरंगी रचनाओं से कोरोना वायरस के भयावह वातावरण में भी नवजीवन को प्रवाहित कर दिया। अंत में कोरोना की भेंट चढ़ गए साहित्यकारों के साथ ही तमाम लोगों के प्रति मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अपने बीच के नागेंद्रनाथ ओझा, डॉ. ब्रजनंदन वर्मा, सीताराम पांडेय के निधन को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।

स्टेशन पर चलाया जागरूकता अभियान

जासं, मुजफ्फरपुर : आरपीएफ, चाइल्ड लाइन एवं यूनिसेफ के स्वयंसेवकों ने रेलवे स्टेशन और सर्कुलेङ्क्षटग एरिया में कोरोना से बचाव को जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान यात्रियों से कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने तथा हाथों को साबुन से धोने का अनुरोध किया गया। उनमें मास्क का वितरण किया गया। अभियान में सब इंस्पेक्टर सुष्मिता कुमारी, केके पासवान, आरपी सिंह, सुजीत कुमार मिश्रा, अर्चना ङ्क्षसह, श्वेता लोधी, सुष्मिता सरकार, सुभाष पांडेय, रामवदन यादव, रविंद्र कुमार रवि, सुकेश्वर यादव, यजुवेन्द्र यादव, चाइल्ड लाइन समन्वयक अनिल कुमार आदि शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी