मुजफ्फरपुर: दवा खर्च का ब्योरा सही तरीके से लोड नहीं करने वाले पर गिरेगी गाज
सिविल सर्जन ने सभी पीएचसी प्रभारी मेडिसिन स्टोर कीपर स्वास्थ्य प्रबंधक से हर हाल में आठ अगस्त से पहले पोर्टल अपलोड कर देना है। सदर अस्पताल से मेडिसिन भंडारण से लेकर सभी पीएचसी में सिर्फ इनपुट व आउटपुट पोर्टल पर अपडेट है।
मुजफ्फरपुर,जासं। ड्रग्स एंड वैक्सीन मैनेजमेंट सिस्टम की दो दिवसीय कार्यशाला व समीक्षा बैठक में सरकारी अस्पताल में दवा की उपलब्धता और खपत पर चर्चा हुई। माड़ीपुर में एक निजी होटल में कार्यशाला में सिविल सर्जन ने सभी पीएचसी प्रभारी, मेडिसिन स्टोर कीपर, स्वास्थ्य प्रबंधक से हर हाल में आठ अगस्त से पहले पोर्टल अपलोड कर देना है। सदर अस्पताल से मेडिसिन भंडारण से लेकर सभी पीएचसी में सिर्फ इनपुट व आउटपुट पोर्टल पर अपडेट हैं। कही भी मेडिसिन पोर्टल पर स्टोर में कितनी दवा बची है यह अपडेट नहीं है। आधा दर्जन से अधिक पीएचसी प्रभारी बिना डाटा के ही बैठक में शामिल होने आए। इस पर सीएस ने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई। 10 अगस्त को खुद मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करेंगे। इसलिए सभी कार्यक्रमों की उपलब्धि पोर्टल पर अपडेट रहनी चाहिए।
कोरोना जांंच पर रखें नजर
सीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से 19 हजार प्रतिदिन जांच कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिला स्वास्थ्य विभाग इसे प्राप्त नहीं कर पा रहा है। प्रतिदिन पोर्टल पर एंटीजन किट से जांच का डाटा अपलोड करें। लापरवाही पर कारवाई की जाएगी।
मुशहरी पीएचसी में 130 को लगी वैक्सीन
मुशहरी पीएचसी प्रभारी की सीएस ने क्लास लगाई। कहा कि वहां 130 लोगों को वैक्सीन दी गई, लेकिन पोर्टल पर डाटा अपडेट नहीं है। तीसरी लहर को लेकर कांटी पारू समेत अन्य कई स्थानों पर आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्देश विभाग ने दिया था। कांटी व पारू में अभी तक मात्र ट्रांसफार्मर ही लगा। ऑक्सीजन प्लांट मशीन नहीं मिलने से आगे की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
टीकाकरण को सीएचसी में उमड़ी भीड़
कटरा (मुजफ्फरपुर), संस : कटरा सीएचसी में मंगलवार को कोविड19 वैक्सीन लेने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन, दूर-दूर से आए लोगों को निराशा हाथ आई। कई दिनों से वैक्सीन की किल्लत होने से मरीजों का धैर्य टूटने लगा ओैर मंगलवार को ऐसे लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। भीड़ में लोगों को कोरोना संक्रमण के खतरे का भी ध्यान नहीं रहा। न कोई मास्क और न दूरी का ख्याल, लोग एक दूसरे के शरीर पर गिरते देखे गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन, हुजूम के सामने उनका कोई वश नहीं चला और लौट गई। बताया गया कि चिकित्सा प्रभारी डा. गोपाल कृष्ण अपने सहयोगी के साथ जिला के कार्यक्रम में भाग लेने गए हैं, इसलिए कोई जवाब नहीं मिला।