MUZAFFARPUR: रूठे ससुर को मनाने पहुंचा युवक, कहा- दरवाजे खोल दे, पहरा हटा दे, हाथों से आज मेरा...
मुजफ्फरपुर के बरुराज थाना अंतर्गत गोखुला गांव में चार साल से मायके में रह रही पत्नी को लेने ससुराल पहुंचा युवक। ससुर व उनके स्वजनों को मनाने के लिए किए लाख जतन। जिद नहीं छोड़ने पर हुई कहासुनी। मामला बिगड़ने के बाद थाने में शिकायत।
मुजफ्फरपुर, ऑनलाइन डेस्क। एकबार किस्मत रूठ जाए तो आदमी मना भी ले, लेकिन ससुर जी रूठ जाएं तो...। मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत बरुराज थाना क्षेत्र के गोखुला गांव में रूठे ससुर और सास को मनाने की कोशिश और उसके बाद विवाद की एक ऐसी ही घटना हुई। स्वजनों के साथ ससुराल पहुंचा युवक चार साल से मायके में रह रही पत्नी को अपने साथ ले जाना चाह रहा था। इसके लिए उसके ससुर व सास इजाजत ही नहीं दे रहे थे। उसने हर जतन किया मगर वे मानने को तैयार नहीं थे, इसके बाद बात बिगड़ने लगी। कहासुनी से मारपीट तक की नौबत आ गई और अंतत: मामला थाने तक पहुंच गया है। आरोपित की सास ने बिरिहिमा गांव के पांच लोगों को नामजद करते हुए शिकायत दर्ज कराई है।
बरुराज थाना अंतर्गत गोखुला गांव में पिछले दिनों एक विवाहिता को विदा कर अपने साथ ले जाने के लिए बिरिहिमा का युवक पहुंचा। उसके साथ स्वजन भी थे। युवक ने अपने स्तर से ससुराल पक्ष के लोगों को यह यकीन दिलाने की भरपूर कोशिश की कि अब वह अपनी पत्नी को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने देगा। उसे खुश रखेगा। सुरक्षित रहेगा। इतना कुछ कहने के बाद भी ससुराल वाले अपनी जिद से टसे से मस नहीं हुए। इसके बाद बात देख लेने की होने लगी। बातचीत कहासुनी और बाद में मारपीट में तब्दील हो गई। इसके बाद नवल राय की पत्नी मंजू देवी ने बिरहिमा गांव के पांच लोगों को आरोपित करते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई।
इस बारे में थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस छानबीन में जुट गई है। पीड़ित महिला ने बिरहिमा के लोगों पर हथियार के साथ आने का आरोप लगाया है। उससे विवाहिता के चचेरे देवर को ग्रामीणों द्वारा पकड़े जाने की भी सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। पूरे घटनाक्रम से आहत विवाहिता की मां मंजू देवी ने कहा कि उनकी बेटी की शादी आज से चार वर्ष पहले बिरहिमा गांव में हुई थी। उस समय हमलोगों ने अपनी क्षमता के अनुसार दान दहेज दिया था। शादी के दो माह के बाद ही ससुरालवालों ने उसे मायके भेज दिया। उसके बाद से कोई खोज खबर नहीं, कुशल क्षेम तक नहीं पूछा। अब तमाशा खड़ा करने आ गए हैं।