समस्तीपुर नाव हादसे में मुजफ्फरपुर न‍िवासी पति, पत्नी और पुत्र की मौत, अब तक सात शव बरामद

स्थानीय गोताखोरों की मदद से निकाला गया शव मृतकों में एक ही परिवार के तीन और दूसरे परिवार के दो सदस्य शामिलहाजीपुर से आई एसडीआरएफ की टीम ने निकाला दो और शवमृतकों में सभी लोग स्थानीय हाट से खरीदारी के बाद नाव से लौट रहे थे अपने घर

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 03:52 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 04:33 PM (IST)
समस्तीपुर नाव हादसे में मुजफ्फरपुर न‍िवासी पति, पत्नी और पुत्र की मौत, अब तक सात शव बरामद
समस्‍तीपुर में नाव हादसेे के बाद घटनास्थल पर मौजूद लोग। जागरण

समस्तीपुर, जासं।  बागमती नदी से सटे शांति नदी में शुक्रवार की शाम नाव हादसे के बाद गायब सात लोगों में से सात का शव शनिवार को बरामद हो गया है। मृतकों में मुजफ्फरपुर जिला के हत्था ओपी के पटसारा निवासी विजय राम (32), उनकी पत्नी रीना देवी (30), उनके पुत्र हसन कुमार (7) के अलावा नामापुर निवासी कमलेश साह के दो पुत्र अमन कुमार (14) और रोहित कुमार (13) वर्ष, पैक्स अध्यक्ष राजेश साह के भाई अर्जून साह और सुशील साह शामिल है।

ये सभी स्थानीय सोरमार हाट से दैनिक सामानों की खरीदारी कर अपने गांव जा रहे थे। जबकि विजय राम अपने रिश्तेदार के यहां आया हुआ था। नामापुर ढ़ाला के समीप सभी नाव पर सवार हुए। कुछ दूर चलने के बाद अचानक से आंधी पानी का मौसम शुरू हुआ। इसमें नैया डगमगा गई। नाव पर सवार लोगों में अफरातफरी मच गई। इसी क्रम में नाव पलट गई। शुक्रवार की शाम ही प्रमिला देवी, नीरज महतो, अवधेश राय, हीरा साह एवं नाविक 52 वर्षीय नेपाली सहनी भी सकुशल बाहर नदी से बाहर निकल चुके थे। स्थानीय गोताखोरों की मदद से अन्य लोगों की खोज जारी थी। शनिवार की सुबह पांच लोगों का शव बाहर निकाला गया। बाद में हाजीपुर से आई एसडीआरएफ की टीम ने दो और शव निकाला। अंचलाधिकारी अभय पद दास, चकमेहसी थाना अध्यक्ष चंद्र किशोर टूडू समेत काफी संख्या में ग्रामीण वहां जमा रहे। स्थानीय मुखिया रामविनोद ठाकुर ने बताया कि नाव पर करीब 11 लोग सवार थे। इसमें से चार बाहर निकल गए थे, वहीं सात का शव बाहर निकाला जा चुका है। सभी मृतक के स्वजनों को चार-चार लाख देने की तैयारी चल रही थी।

राशि आवंटित होने के बाद भी नहीं बनी सड़क, लोगों में आक्रोश

उजियारपुर, संस : प्रखंड के मालती पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 2 शेखटोली में जानेवाली सोङ्क्षलग सड़क का पीसीसी करने की योजना राशि आवंटन के एक वर्ष बाद भी निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पाया है। इस कारण यहां के लोगों को टोले से बाहर आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। गत माह हुई बारिश में सोङ्क्षलग सड़क पर घुटना भर पानी लग गया था। जिससे लोग करीब दो किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करके टोला के बाहर निकलने के लिए विवश थे। जबकि मुख्य सड़क टोला से महज कुछ ही दूरी पर है। पानी के कारण मुख्य सड़क से संपर्क टूटने के कारण बार-बार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे लोगों में पंचायत प्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश बढ़ गया है। टोले के लोगों ने बताया कि सड़क का पीसीसी करने के लिए पंचम वित्त आयोग की राशि वार्ड विकास क्रियान्वयन समिति को एक वर्ष पहले विभाग ने अग्रिम भुगतान कर दी। यह राशि वार्ड क्रियान्वयन समिति के सचिव को मुहैया कराया गया था। परंतु वार्ड सचिव ने इस राशि का दुरुपयोग कर लिया। इस बात की भनक जब ग्रामीणों को लगी तब दर्जनों ग्रामीण एकजुट होकर वार्ड सचिव के पास पहुंच गए और सड़क निर्माण की मांग करने लगे। इस पर एक सप्ताह में कार्य प्रारंभ करवाने का सचिव ने आश्वासन दिया। परंतु आश्वासन के 15 दिनों के बाद भी निर्माण सामग्री भी नहीं गिराया गया है। जिससे लोगों में पुन: आक्रोश व्याप्त है। लोग पंचायत के मुखिया एवं वार्ड सदस्य की चुप्पी पर उन्हें कोस रहे हैं। लोगों ने सड़क निर्माण शीघ्र शुरू नहीं करने पर अब बीडीओ का घेराव करने का निर्णय लिया है। वहीं इस संबंध में पंचायत सचिव रामबाबू राय ने बताया कि इस सड़क का निर्माण मुख्यमंत्री सात निश्चय से होना है। इसमें सोङ्क्षलग और पीसीसी करना है। सोङ्क्षलग का कार्य किया गया है। पीसीसी के लिए कुछ सामग्री कार्य स्थल पर गिराया जा चुका है। शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

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