Muzaffarpur: शहर में सिमटा आरटीपीसीआर जांच का दायरा, ग्रामीण इलाकों में नहीं दिख रही रुचि
Muzaffarpur News महानगरों से चलकर प्रवासी अब सीधे गांव पहुंच रहे हैैं। विभाग की ओर से जांच केवल शहर में ही सिमट कर रह गई है। ग्रामीण इलाकों में खासकर आरटीपीसीआर जांच की गति बिल्कुल धीमी है। इसलिए संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। महानगरों से चलकर प्रवासी अब सीधे गांव पहुंच रहे हैैं। विभाग की ओर से जांच केवल शहर में ही सिमट कर रह गई है। ग्रामीण इलाकों में खासकर आरटीपीसीआर जांच की गति बिल्कुल धीमी है। इसलिए संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
13 प्रखंडों में जांच की गति जीरो
जिले में 13 प्रखंडों में आरटीपीसीआर जांच नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में 1600 आरटीपीसीआर जांच का लक्ष्य तय किया गया है। इसे जिला स्वास्थ्य विभाग शहरी क्षेत्र में ही पूरा कर रहा है। रैपिड एंटीजन किट से सदर अस्पताल, शहरी निजी लैब में अधिक संख्या में जांच हो रही हैं। कुछ प्रखंडों को छोड़ दें तो अधिकतर में 50 से कम ही कोरोना जांच एंटीजन किट से की जा रही हैैं।
आरटीपीसीआर जांच की रफ्तार
19 अप्रैल
रेलवे स्टेशन-800, सदर अस्पताल- 100, बैरिया बस स्टैंड-100, अघोरिया बाजार पीएचसी-200, कांटी-100, मड़वन-100 व मीनापुर- 200
18 अप्रैल
- रेलवे स्टेशन-1200, बैरिया बस स्टैंड-100 व अघोरिया बाजार पीएचसी -200
17 अप्रैल-
रेलवे स्टेशन-1000, बैरिया बस स्टैंड-100, अघोरिया बाजार पीएचसी-200, मुशहरी-100, औराई-100 व मुरौल-100
इस बारे में सिविल सर्जन डॉ.एसके चौधरी ने कहा कि एंटीजन व आरटीपीसीआर जांच की प्रतिदिन निगरानी हो रही है। जहां पर जांच नहीं हो रही वहां एक-दो दिन में आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी।