MUZAFFARPUR: टीकाकरण के बाद कितनी मजबूत हो रही एंटीबाडी, यह जानने के लिए 200 लोगों के लिए गए ब्लड सैंपल

कोरेाना टीकाकरण के बाद शरीर में एंटीबाडी कितनी मजबूत हुई है इसका सर्वे चल रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च पटना की टीम ले रही ब्लड सैंपल। जिले के 10 प्रखंडों से 400 सामान्य व सौ हेल्थ वर्कर्स का लेना है सैंपल।

By Murari KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:40 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 08:40 AM (IST)
MUZAFFARPUR: टीकाकरण के बाद कितनी मजबूत हो रही एंटीबाडी, यह जानने के लिए 200 लोगों के लिए गए ब्लड सैंपल
एंटीबाडी कितनी बनी यह जानने के लिए 200 लोगों के लिए गए ब्लड सैंपल।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। कोरेाना टीकाकरण के बाद शरीर में एंटीबाडी कितनी मजबूत हुई है इसका सर्वे चल रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च पटना की टीम जिले में उन लोगों के ब्लड सैंपल ले रही है जिन्होंने कोरोना का टीका लिया हैं। सोमवार को 200 लोगों के नमूने लिए गए। इनकी जांच में पता चलेगा कि टीका लेने के बाद उनकी बाडी कोरोना वायरस से लडऩे लायक हुई है या नहीं। चार सदस्यीय टीम जिले के 10 प्रखंडों से 400 सामान्य और सौ हेल्थ वर्कर्स का सैंपल लेने पहुंची है।

यहां चलेगा अभियान, पांच जगहों पर लिए नमूने

टीम पांच प्रखंडों मीनापुर, मोतीपुर, सरैया, बोचहां व पारूमें गई। इन प्रखंडों में 200 नमूने लिए गए। वहीं, मंगलवार को टीम कटरा, बंदरा, कुढऩी, सकरा व नगर निगम के वार्ड 25 में जाकर सैंपल लेगी। टीम के साथ डब्ल्यूएचओ के डा.आनंद गौतम समन्वय कर रहे हंै। सिविल सर्जन डॉ.सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि आइसीएमआर पटना की टीम एंटीबाडी टेस्ट के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता के विकसित होने की गति को परखेगी। टीम के सदस्यों ने बताया कि इसका मकसद यह पता लगाना है कि उस इलाके में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ेगी या नहीं। यदि जांच में ज्यादातर लोगों में एंटीबाडी का कम बनना या न बनना पाया गया तो इसका अर्थ है कि वहां के लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। जांच के बाद एक अध्ययन कर रिपेार्ट सरकार को दी जाएगी। सरकार उसके आधार पर आगे कदम उठाएगी।

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