Muzaffarpur Nagar Nigam: स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर में ई-नगरपालिका की तलाश अब तक जारी

Muzaffarpur Nagar Nigam पांच साल पहले बिहार सरकार ने राज्य के सभी शहरी निकायों को हाईटेक बनाने के लिए ई-नगरपालिका की शुरुआत की थी। इसके लिए सरकार ने निकायों को संसाधन भी उपलब्ध कराए थे। लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 10:00 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 10:00 AM (IST)
Muzaffarpur Nagar Nigam: स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर में ई-नगरपालिका की तलाश अब तक जारी
मुजफ्फरपुर नगर निगम में भी पांच साल पहले ई-नगरपालिका की तामझाम के साथ शुरुआत की गई थी।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur Nagar Nigam: स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर में रहने वालों को ई-नगरपालिका की तलाश है। ताकि वह जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र घर बैठे जमा कर सके। प्रापर्टी टैक्स ऑन जमा कर सके। मकान का नक्शा घर बैठे पास करवा सके। लेकिन न आपकी पूरी हो पाएगी और न ही आपको ऑन लाइन सुविधा। क्योंकि सब कुछ कागज पर है, निगम को हाइटेक करने का काम जमीन पर उतरा ही नहीं। ऑन लाइन सुविधा निगम में बस कहने की एवं सुनने की बात है।

पांच साल पहले बिहार सरकार ने राज्य के सभी शहरी निकायों को हाईटेक बनाने के लिए ई-नगरपालिका की शुरुआत की थी। इसके लिए सरकार ने निकायों को संसाधन भी उपलब्ध कराए थे। मुजफ्फरपुर नगर निगम में भी पांच साल पहले ई-नगरपालिका की तामझाम के साथ शुरुआत की गई थी। नगर आयुक्त से लेकर शाखा प्रभारियों के कार्यालय कक्षों में टेबल पर सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए कंप्यूटर सजाए गए। कर्मचारियों को कम्प्यूटर संचालित करने एवं ऑन लाइन सुविधाओं बहाल करने का प्रशिक्षण दिया गया। संविदा पर एक दर्जन आपरेटरों की बहाली की गई। निगम की सुविधाओं को एक साल के अंदर ऑन लाइन करने की घोषणा की गई। लेकिन एक साल कौन कहें पांच साल बीत चुके है निगम एक भी सुविधा का ऑन लाइन नहीं कर पाया है। हां, टेबल पर कम्प्यूटर सजाकर सरकार की उपलब्धियों में जरूर हाइटेक हो गया। आज भी अपने प्रॉपर्टी टैक्स के बारे में पता करने एवं टैक्स जमा करने के लिए या तो निगम के कर संग्रहकर्ता का इंतजार करना पड़ता है या फिर निगम कार्यालय की दो से तीन बार दौड़ लगानी पड़ती है। वहीं जन्म प्रमाण पत्र के लिए मुशहरी प्रखंड कार्यालय से निगम कार्यालय तक की चक्कर लगानी पड़ती है।

प्रापर्टी टैक्स को ऑन लाइन करने के लिए निगम के उप नगर आयुक्त रणधीर लाल को एक साल पूर्व जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन अब तक यह शुरु नहीं हो पाया है। निगम की अन्य सेवाएं भी ऑन लाइन होने का इंतजार कर रही है। महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि निगम की सुविधाओं को ऑनलाइन करने के लिए वह कई बार कह चुके है। सशक्त स्थायी समिति एवं बोर्ड की बैठकों भी इसे शुरू करने की बात हो चुकी है। इस संबंध में वे अधिकारियों से बात करेंगे।

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