मुजफ्फरपुर के मोबाइल व्यवसायी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड का उद्भेदन, चार गिरफ्तार

मोतीझील पांडेय गली के मोबाइल व्यवसायी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड पुलिस ने पांच दिनों में उद्भेदन कर लिया है। वारदात में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 11:05 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 11:05 PM (IST)
मुजफ्फरपुर के मोबाइल व्यवसायी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड का उद्भेदन, चार गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर के मोबाइल व्यवसायी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड का उद्भेदन, चार गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। मोतीझील पांडेय गली के मोबाइल व्यवसायी अभिषेक अग्रवाल हत्याकांड पुलिस ने पांच दिनों में उद्भेदन कर लिया है। वारदात में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी जयंतकांत ने मंगलवार को मीडिया को यह जानकारी दी। बताया कि व्यवसायी अभिषेक का पड़ोसी मोबाइल दुकानदार राहुल साहू इस घटना का मास्टरमाइंड है। उसने पूरी साजिश रची। गिरफ्तार अपराधियों में मास्टर माइंड राहुल के अलावा योगियामठ का किशन कुमार उर्फ लालू, पुरानी बाजार का राहुल उर्फ बुद्धू और सिकंदरपुर का राहुल कुमार शामिल है। घटना में प्रयुक्त बाइक, पिस्टल, दो गोली और लूट के पांच हजार रुपये बरामद हुए हैं। एसएसपी ने कहा कि घटना के बाद सिटी एसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इसमें नगर डीएसपी रामनरेश पासवान और नगर थानाध्यक्ष ओमप्रकाश शामिल थे। सीसी कैमरे के फुटेज और वैज्ञानिक अनुसंधान से अपराधियों तक पहुंचने में टीम कामयाब रही।

व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता की बात

पूछताछ में आरोपित मोबाइल दुकानदार ने पुलिस को बताया कि वह आठ-दस लाख रुपये कर्ज में डूबा हुआ है। एक ही मार्केट में दुकान होने के बावजूद उसकी दुकान में बिक्री अच्छी नहीं होती थी। जबकि अभिषेक की दुकान अच्छी चलती थी। इससे भी उसे ईष्र्या होती थी। उसने मार्केट से काफी कर्ज ले रखा था। इसे चुकता करने का दबाव था।

मोटी रकम होने की थी संभावना

राहुल ने बताया कि उसका परिचित किशन उर्फ लालू टेंट का काम करता है। वह भी दो लाख रुपये कर्ज में डूबा हुआ था। दोनों ने आपस में बातचीत की। लालू ने जीरोमाइल के राजेश से बात की। घटना से एक सप्ताह पूर्व इन सभी ने मिलकर साजिश रची। आरोपित दुकानदार ने प्रतिदिन अभिषेक की रेकी शुरू की। उसे संदेह था कि दुकान बंद कर जब वह घर जाता है तो उसे पास मोटी रकम होती है, लेकिन घटना के दिन 50-60 हजार रुपये ही अभिषेक के पास थे।

वारदात में शामिल थे सात अपराधी घटना में सात अपराधी शामिल थे। दुकान से निकलने के साथ ही पड़ोसी दुकानदार राहुल ने लालू को कॉल कर सूचना दी। लालू ने राजेश को कॉल कर बुलाया। इसके बाद सभी दो-दो की टीम में बंट गए। दो अपराधी सिकंदरपुर स्थित ट्रांसपोर्ट के समीप मौजूद थे। दो अपराधी सरैयागंज टावर और अन्य दो जवाहरलाल रोड में चहलकदमी कर रहे थे। ट्रांसपोर्ट से अभिषेक के निकलने के साथ सभी ने एक-दूसरे को अलर्ट कर दिया।

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