Muzaffarpur: मैडम को वर्दी क्या मिली, मोहल्ले के सिरफिरे वहां से हो गए नौ-दो ग्यारह

दरोगा परीक्षा में मैडम के सफल होने की सूचना आने के बाद मोहल्ले के गुंडे वहां से दूर जाने में ही अपनी भलाई समझ रहे हैं। उन्होंने अपना ठिकाना कहीं और बनाने में ही भलाई समझी है। इससे मोहल्ले के लोगों ने राहत की सांस ली है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 08:05 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:05 AM (IST)
Muzaffarpur: मैडम को वर्दी क्या मिली, मोहल्ले के सिरफिरे वहां से हो गए नौ-दो ग्यारह
वहां के लोग किसी विवाद में फंसने के डर से वे पुलिस में शिकायत से बच रहे थे।

मुजफ्फरपुर, [प्रमोद कुमार]। मैडम को वर्दी मिल गई है। वर्दी की परीक्षा में पास होने के बाद उनको यह अवसर मिला है। उनको लगातार बधाई मिल रही है। बधाई सिर्फ वर्दी मिलने के लिए नहीं, इसलिए भी मिल रही कि जब से उनको वर्दी मिलने की खबर आई है मोहल्ले से सड़क छाप मजनू पलायन कर गए हैं। शहर के एक आवासीय मोहल्ला में रहने वाले लोग परेशान थे। दिनभर सड़क छाप मजनुओं का जमघट लगा रहने से बहू-बेटियों को परेशानी हो रही थी। किसी विवाद में फंसने के डर से वे पुलिस में शिकायत से बच रहे थे। जिस मकान के सामने उनका जमघट लगता था मैडम उसी मकान में रहती हैं। मैडम भी उनकी उपस्थिति से परेशान थीं। उन्होंने वर्दी की परीक्षा दी थी, जिसका परिणाम आ गया और उसमें मैडम को सफलता मिल गई है। हालांकि मैडम को वर्दी पहनने में अभी समय लगेगा, लेकिन उनकी धमक से मजनू मोहल्ले से फरार हो गए। 

समाजवादी बहू की तीर्थ यात्रा, कुर्सी पर नजर

समाज सेवा से राजनीति के मैदान में उतरकर लगातार चौका-छक्का लगा रहीं समाजवादी बहू पूरे परिवार के साथ तीर्थ यात्रा पर हैं। उनकी तीर्थ यात्रा को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। अगले साल शहर की सरकार का चुनाव होने वाला है। सरकार के मुखिया को इस बार जनता चुनेगी ऐसी हवा बह रही है। समाजवादी बहू की नजर शहर की सरकार के मुखिया की कुर्सी पर है। शहर की सबसे बड़ी आबादी से आने से समाजवादी बहू को यह कुर्सी मिलते नजर आ रही है। अब वे मजदूर नेता भी बन गई हैं। इसलिए उनकी उम्मीद और बढ़ गई है। कुर्सी पर कब्जे की लड़ाई आरंभ करने से पहले वह ईश्वर का आशीर्वाद लेना चाहती हैं। इसीलिए उनकी तीर्थ यात्रा को उनको जानने वाले इससे जोड़कर देख रहे हैैं। समाजवादी बहू के लौटने के बाद ही बात साफ होगी।

अब सूबे की राजनीति करेंगी बड़े घर की बहू

जिले की राजनीति बहुत हो गई। बड़े घर की बहू अब सूबे की राजनीति करेंगी। पार्टी ने उनको प्रदेश स्तर की कुर्सी सौंप दी है। बहुत पहले समाज सेवा करती थीं। इसमें खूब नाम कमाया। दो साल पहले उनका सरकारी पार्टी के माध्यम से राजनीति में पदार्पण हुआ। समाज सेवा में मिली पहचान राजनीति के मैदान में काम आई। साथ ही उनकी सक्रियता एवं ङ्क्षजदादिली भी। पार्टी ने मैडम को जिले में आधी आबादी का नेतृत्व सौंपा। उनकी सफलता को देखकर पार्टी ने अब उन्हें प्रदेश की जिम्मेदारी दी है। बड़े घर की बहू की नजर अब शहर की सरकार के मुखिया की कुर्सी पर है। इसलिए उन्होंने सक्रियता बढ़ा दी है। हालांकि उन्होंने बीते वर्ष चुनाव में पटना वाले सदन की यात्रा करने का भी मन बनाया था, लेकिन अवसर नहीं मिला। इस बार उनको अवसर दिख रहा है।

कलमकार मैडम का पर्यावरण प्रेम

मैडम कलमकार हैं। अपनी लेखनी के लिए जानी जाती हैं। अपनी लेखनी से ही कलमकार मैडम ने देश में ही नहीं विदेशों में भी पहचान बनाई है। वह कई देशों की यात्रा कर चुकी हंै, लेकिन इन दिनों पर्यावरण प्रेम से चर्चा में हैैं। मैडम की कलम इन दिनों पर्यावरण बचाने की मुहिम में लगी है। पर्यावरण को समर्पित उनकी रचना लोगों तक पहुंचकर उन्हें जगा रही है। मैडम शहर के एक नामी कालेज से सेवानिवृत्त प्राध्यापक हैं। साहित्य के साथ-साथ खेलकूद में उनकी रुचि पहले से रही है। कई पुस्तकें लिख चुकी हैं, लेकिन इन दिनों उनको प्रकृति से लगाव हो गया है। इसलिए प्रकृति को बचाने के अभियान में अपनी कलम को लगा दिया है। प्रकृति को समर्पित कविताएं लिख रही हैं। इन्हें अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर रही हंै। इससे उनको खूब सराहना भी मिल रही है।  

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