ऑरेंज जोन में मुजफ्फरपुर, कम होगा कुहासा, बढ़ेगी ठंड

तापमान में लगातार गिरावट से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार को सुबह कुहासा का असर दिखा। धूप नहीं निकली। देर रात व सुबह में हल्की बूंदाबांदी हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 01:52 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 01:52 AM (IST)
ऑरेंज जोन में मुजफ्फरपुर, कम 
होगा कुहासा, बढ़ेगी ठंड
ऑरेंज जोन में मुजफ्फरपुर, कम होगा कुहासा, बढ़ेगी ठंड

मुजफ्फरपुर। तापमान में लगातार गिरावट से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार को सुबह कुहासा का असर दिखा। धूप नहीं निकली। देर रात व सुबह में हल्की बूंदाबांदी हुई।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए सत्तार ने कहा कि मुजफ्फरपुर व आसपास के जिले का मौसम ऑरेंज जोन में आ गया है। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। 11 दिसंबर के बाद कुहासा में कमी आएगी, लेकिन ठंड में बढ़ोतरी होगी। तापमान अधिकतम 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि तापमान का मानक है अधिकतम 24 से 25 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस। अभी दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से छह से सात डिग्री सेल्सियस कम चल रहा है। डॉ. सत्तार ने कहा कि यह मौसम रबी फसल के लिए बेहतर है। दुधारू पशुओं पर किसानों को ध्यान देने की जरूरत है।

पश्चिमी विक्षोभ हो रहा सक्रिय

शुक्रवार को पर्वतीय इलाकों में एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार हैं। इसके एक दो-दिनों बाद मैदानी इलाकों में ठंड व कनकनी में वृद्धि होगी। मौसम को लेकर कलर कोड की इस तरह से करें पहचान मौसम के लिए कलर कोड अलर्ट प्रणाली की शुरुआत 2016 में हुई थी। अमेरिकी मौसम विभाग के बाद भारत समेत कई देशों ने इस कलर अलर्ट प्रणाली को अपनाया गया। भारत में भू विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय मौसम विभाग कलर कोड द्वारा मौसम का अनुमान जारी करता है। इस कलर कोड के जरिए आप आसानी से मौसम के हाल या भविष्यवाणी को समझ सकते हैं। कलर कोड चार प्रकार के होते हैं ग्रीन, रेड, ऑरेंज और येलो। ग्रीन कोड का मतलब सब ठीक है। इसलिए इसे अलर्ट के तौर पर नहीं इस्तेमाल किया जाता। रेड अलर्ट : मामला गंभीर मौसम के मामले में गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है। रेड अलर्ट का मतलब होता है कि स्थिति गंभीर है। जान माल की रक्षा का समय आ चुका है। सर्दी के मौसम में शीतलहर और तापमान न्यूनतम स्थिति में जाने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। गर्मी के मौसम रेड अलर्ट जारी होने पर लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने और जरूरी इंतजाम करने की हिदायत दी जाती है। बारिश के मौसम में यह अलर्ट जारी हो तो बाढ़, आंधी-तूफान या बादल फटने या भीषण बारिश की चेतावनी है।

ऑरेंज अलर्ट : स्थितियां बिगड़ रही हैं, सतर्क रहें रेड से कुछ कम खतरा ऑरेंज से है। ऑरेंज अलर्ट जारी होने का मतलब है कि खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं। जब मौसम का असर जनजीवन पर पड़ने लगता है या स्थितियां बिगड़ने लगती हैं तब ये अलर्ट जारी किया जाता है। मौसम खराब की होने पर सभी स्थितियों के लिए तैयार रहने के लिए ये अलर्ट जारी होता है। येलो अलर्ट- सावधानियां बरतें

मौसम को लेकर जारी येलो अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि सचेत रहें। सावधानियां बरतें। इस अलर्ट का मकसद लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक मौसम के हाल को देखते हुए आप सावधान रहें नहीं तो किसी खतरे में पड़ सकते हैं।

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