मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल: आंख में रोशनी न आएल बाकी दर्द से परेशान हती, हमर आंख बचा दू सर
Muzaffarpur news भटकते हुए पहुंचे दो मरीज आपरेशन के बाद आंख से गिर रहा पानी सदर अस्पताल में जांच के बाद दोनों को आइजीएमएस पटना किया गया रेफर। मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में लापरवाही की वजह से चली गई कई लोगों की आंखों की रोशनी।
मुजफ्फरपुर, जासं। आंख के आपरेशन करैली कि रोशनी अतई। बाकी रोशनी के बात त दूर अब आंख से पानी गिर रहल हई। दर्द से परेशान हती..। आंख बचावे के उपाय कर दू सर। इतना कहकर रोने लगीं कैलसिया देवी। उसके स्वजन भी आंख बचाने की गुहार लगा रहे थे। उसकी जांच कराकर आइजीएमएस पटना रेफर किया गया। इस तरह का नजारा इन दिनों सदर अस्पताल में देखने को मिल रहा है।
मुजफ्फरपुर आई हास्पिटल में आपरेशन कराकर आंख पर खतरा मोल लेने वाले दो लोग सदर अस्पताल पहुंचे। सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचीं नरसिंंहपुर की कैलसिया देवी ने कहा कि 22 नवंबर को आंख का आपरेशन कराया। जिस आंख का आपरेशन हुआ उससे अब दिखाई देना तो दूर पानी आ रहा है। असहाय दर्द हो रहा है। वहीं, कुढऩी बसौली केरवां के झगरू राय ने शिकायत की कि आपरेशन के बाद अब आंख में समस्या है। देखने में परेशानी है। प्रभारी स्वास्थ्य प्रबंधक विपिन पाठक ने दोनों मरीज की नेत्र विभाग में जांच कराई। इसके बाद उन्हें आइजीएमएस पटना रेफर किया गया। सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने बताया कि 22 नवंबर को जिस भी मरीज का आपरेशन हुआ है उसकी तलाश की जा रही है। परेशानी होनेे पर उनको आइजीएमएस भेजा जा रहा है।
सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचकर थानाध्यक्ष ने ली जानकारी
आई हास्पिटल मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के पांचवें दिन पुलिस की जांच ने गति पकड़ी। सोमवार को ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता सदर अस्पताल पहुंचे। सिविल सर्जन कार्यालय में अधिकारियों के साथ विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर जानकारी ली। करीब पांच घंटे तक यानी सुबह 11 से शाम चार बजे तक थानाध्यक्ष वहां रुके। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग से आई हास्पिटल में इलाज कराने वाले मरीजों की सूची और उनसे संबंधित जानकारी ली। थानाध्यक्ष का कहना है कि कांड दर्ज होने के बाद सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई है। इससे जांच में काफी मदद मिलेगी। साक्ष्य का संकलन किया जा रहा है। इसके तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि आई हास्पिटल में आपरेशन के दौरान कई लोगों की आंखों की रोशनी जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक व कर्मी समेत 14 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्य के आधार पर शीघ्र कार्रवाई होगी।