Muzaffarpur Electricity Supply: अनियमित विद्युत आपूर्ति व लो वोल्टेज से जूझ रहीं 16 पंचायतें
औराई नयागांव बभनगामा राजखंड उत्तरी व दक्षिणी रतवारा पूर्वी व पश्चिमी रामपुर आलमपुर सिमरी भलूरा विशनपुर गोकुल मथुरापुर बुजुर्ग समेत 16 पंचायतों के 86 गांव भीषण गर्मी में इनदिनों बिजली संकट से जूझ रहे हैं। प्रखंड की 16 पंचायतों में एक घंटे में मिलती 10 मिनट ही बिजली।
मुजफ्फरपुर, जासं। Electricity Supply: औराई प्रखंड अंतर्गत औराई, नयागांव, बभनगामा, राजखंड उत्तरी व दक्षिणी, रतवारा पूर्वी व पश्चिमी, रामपुर, आलमपुर सिमरी, भलूरा, विशनपुर गोकुल, मथुरापुर बुजुर्ग समेत 16 पंचायतों के 86 गांव भीषण गर्मी में इनदिनों बिजली संकट से जूझ रहे हैं। एक घंटे में मात्र 10 मिनट ही बिजली आती है वह भी लो वोल्टेज। उपभोक्ता अशोक चौधरी, शैलेंद्र कुमार, फिरोज अखतर, समरजीत कुमार, राजीव शाही, कृष्ण कुमार चौधरी, गुड्डू साह, नंद कुमार आदि का कहना है कि औराई को सीतामढ़ी जिले के रुनीसैदपुर फीडर से मनमाने तरीके से बिजली की आपूॢत की जा रही है जिससे अंधेरे में जीने को विवश हैं। मोटर तो दूर पंखा भी नहीं चल रहा है। कई लोग डबल स्टेबलाइजर लगाकर मोटर चलाने का प्रयास कर रहे हैं जिससे उपभोक्ताओं की समस्या बढ़ती जा रही है।
विदित हो कि औराई की 16 पंचायतों को अपना कोई पावर सबस्टेशन नहीं है जिस कारण सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर फीडर से विद्युत आपूॢत की जा रही है। ओवरलोड से कहीं जंपर कट रहा तो कहीं तार गलकर जल रहा है। इधर, औराई पंचायत अंतर्गत बिशनपुर में विद्युत पावर सब स्टेशन निर्माण के संवेदक की लेटलतीफी से निर्माण कार्य बाधित है। तत्कालीन विधायक डॉ. सुरेंद्र यादव के समय निर्माण कार्य पूरा होने की तिथि वर्ष 2020 का अप्रैल माह ही था। बाढ़ का हवाला देते हुए संवेदक ने एस्टीमेट रिवाइज कराकर इसे 30 जून 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य पाया। अभी काम की स्थिति यह है कि छह महीने में भी पूरा होने में संदेह है। इधर, कनीय विद्युत अभियंता केशव किशन ने बताया कि 16 पंचायतों में ओवरलोड होने से बिजली बार-बार कट जा रही है। अपना पावर सब स्टेशन निर्माण तक यही स्थिति बनी रहेगी। बताया कि 16 पंचायतों को दो सेक्टर में बांटा गया औराई व रामपुर। जबकि औराई के रामपुर प्रशाखा में आजतक अभियंता की बहाली नहीं हुई। इस कारण छह मानव बल की प्रतिनियुक्ति नहीं हो सकी। दो प्रशाखा हो जने के बाद यहां 12 मानव बलों की जरूरत है। मो. रिंकू, अर्जुन सहनी, रंजीत कुमार, शंकर ठाकुर समेत छह मानव बल के सहारे 200 किमी रेंज में कार्य किसी तरह किया जा रहा है।