मुजफ्फरपुर डीएम ने दिया निर्देश, बच्चों एवं महिलाओं के पोषण में न हो कोताही

डीएम ने की आइसीडीएस की योजनाओं की समीक्षा गर्भवतियों को आयरन की दवा में कमी पर नाराजगी। जिले में 18 फीसद आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन बने भवन शीघ्र सौंपने के डीआरडीए को दिए निर्देश। 142 भवनों के निर्माण के लक्ष्य के विरुद्ध 64 पर कार्य चल रहा है

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 08:54 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 08:54 AM (IST)
मुजफ्फरपुर डीएम ने दिया निर्देश, बच्चों एवं महिलाओं के पोषण में न हो कोताही
डीआरडीए निदेशक ने बताया कि 142 भवनों के निर्माण के लक्ष्य के विरुद्ध 64 पर कार्य चल रहा है

मुजफ्फरपुर, जासं। पोषण अभियान की योजनाओं, आधारभूत संरचनाएं, उसके कार्यक्रम एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में विभिन्न विभागों की भूमिका को लेकर जिला समन्वय समिति की बैठक हुई। आइसीडीएस के तत्वाधान में बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम प्रणव कुमार ने निर्देश दिया कि गर्भवती एवं धात्री महिलाएं, नवजात और बच्चों से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन की गति बढ़ाने की जरूरत है। गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों में अधिक से अधिक पंजीकृत कराना सुनिश्चित करें। उन्हें आयरन, कैल्शियम आदि टैबलेट उपलब्ध कराएं। मातृ वंदना योजना के तहत योग्य लाभुकों को लाभ दी जाए। इसमें कोई कोताही नहीं हो। 

आइसीडीएस द्वारा जानकारी दी कि जिले में 18 फीसद आंगनबाड़ी केंद्रों का अपना भवन है। डीएम ने इसपर नाराजगी जताई। डीआरडीए निदेशक ने बताया कि 142 भवनों के निर्माण के लक्ष्य के विरुद्ध 64 पर कार्य चल रहा है। 19 पूर्ण हो चुके हैं। डीएम ने बन चुके भवन को आइसीडीएस को शीघ्र हैंडओवर करने को कहा। डीपीओ, आइसीडीएस को विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन कराने का निर्देश दिया गया। डीपीओ, आइसीडीएस ने बताया कि छह माह में 6 से 59 माह के 93 फीसद बच्चों को विटामिन ए की प्रथम डोज दी गई है। डीएम ने निर्देश दिया कि विटामिन ए टैबलेट, आयरन की गोली और फोलिक एसिड सीरप की उपलब्धता सौ फीसद हो। इसमें कोताही नहीं चलेगी। निर्देश दिया गया कि 12 से 59 माह के बच्चों को दिए जाने वाले एल्बेंडाजोल एवं ङ्क्षजक टेबलेट, ओआरएस की सौ फीसद उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन फोलिक टैबलेट की उपलब्धता महज 65 प्रतिशत होने पर डीएम ने नाराजगी जताई। इसे सौ फीसद करने को कहा।

शिक्षा, स्वास्थ्य, योजना, पंचायती राज, पीएचइडी, जीविका समेत विभागों द्वारा बच्चों, महिलाओं, गर्भवतियों, धात्री महिलाओं, नवजातों के लिए किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी विभाग समन्वय से कार्य करते हुए इस दिशा में गंभीर प्रयास करना सुनिश्चित करें।

बैठक में डीडीसी डॉ. सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा, डीआरडीए निदेशक चंदन चौहान, डीपीओ आइसीडीएस चांदनी ङ्क्षसह, डीपीआरओ कमल ङ्क्षसह आदि मौजूद थे।  

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