मुजफ्फरपुर में कोरोना की जंग जीतने में रहा सबका सहयोग : सीएस
सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि कोराना की जंग जीतने में चिकित्सकों से लेकर पारा मेडिकल कर्मियों ने जो सहयोग दिया वह सदा याद रहेगा।
मुजफ्फरपुर। सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि कोराना की जंग जीतने में चिकित्सकों से लेकर पारा मेडिकल कर्मियों ने जो सहयोग दिया वह सदा याद रहेगा। सबके सहयोग से पिछली बार एईएस और उसके बाद अब कोरोना से बचाव को टीकाकरण अभियान बेहतर तरीके से चल रहा है। चक्कर मैदान स्थित अपने आवासीय परिसर में सेवानिवृत्ति पर आयोजित विदाई समारोह में सीएस डॉ. सिंह ने कहा कि चिकित्सक मरीज के प्रति जवाबदेह हैं, यह भाव हमेशा मन में रहना चाहिए। हम मरीजों से आत्मीयता से केवल बातचीत कर लें तो उनकी पीड़ा 70 प्रतिशत कम हो जाती है। सदर अस्पताल सहित पीएचसी में सरकार की ओर से जो आधुनिक इलाज की सुविधा उपलब्ध है उसका शत प्रतिशत लाभ गरीबों को मिले इसके लिए सामूहिक प्रयास होना चाहिए।
नहीं पढ़ना चाहते थे जीव विज्ञान
सीएस डॉ.सिंह ने अपने पढ़ाई के दिन को याद करते हुए बताया कि मैट्रिक में वह सर्वाधिक अंक लेने के बाद जब इंटर की पढ़ाई करने के लिए गए तो गणित पढ़ना चाहते थे, लेकिन उनके स्कूल के प्राचार्य ने खुद व परिवार की ओर से दबाव बनाकर जीवन विज्ञान में दाखिल दिला दिया। बाद में मनोयोग से बढ़े व मेडिकल की परीक्षा उच्च अंक से पास की। आज गर्व होता है कि प्राचार्य व परिवार का निर्णय सही था, जिससे आज पीड़ित मानवता की सेवा का अवसर मिला। इनकी रही भागीदारी
विदाई समारोह में वरीय सर्जन डॉ. डीपी सिंह, एसीएमओ डॉ. विनय कुमार शर्मा, आइएमए के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार, डॉ. सीएस प्रसाद, डॉ. सीके दास, डॉ. शिवशंकर, डॉ. हसीब असगर, डॉ. एके पांडेय, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. हरेंद्र आलोक, डॉ. अमिताभ कुमार, डॉ. शंभु कुमार, उपाधीक्षक डॉ. एनके चौधरी, डॉ. ज्ञानेंदू शेखर, डॉ. पीएन वर्मा, डॉ. वैदेही, प्रधान सहायक गुणानंद चौधरी, सुबोध ओझा, रवींद्र ठाकुर, विंध्याचल मिश्रा, अविनाश कुमार, नरेश कुमार, कृष्णकांत कुमार, अरविंद मिश्रा, मनीष कुमार, कुमारी शोभा, रीना कुमार, डीपीएम बीपी वर्मा, लेखा प्रबंधक अफरोज हैद, मूल्यांकन पदाधिकारी जयशंकर, शशिरंजन कुमार, शशिरंजन पाण्डेय, अस्पताल प्रबंधक प्रवीण कुमार, आयुष्मान भारत के जिला कोर्डिनेटर विक्की कुमार, लेखापाल विपिन पाठक, सफाई प्रबंधक राजेश कुमार, डाटा सहायक लवली कुमारी, मिथलेश मिश्रा, रंजीत कुमार आदि उपस्थित थे।