Muzaffarpur: एमआइटी के सात छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट, मिला 2.7 लाख का पैकेज

एचसीएल कंपनी की ओर से प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन। एचसीएल कंपनी की ओर से आयोजित इस प्लेसमेंट ड्राइव के लिए 55 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से 44 छात्र इसमें शामिल हुए। 10-10 छात्रों का ग्रुप बनाकर जीडी कराया गया।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 18 Feb 2021 09:50 AM (IST)
Muzaffarpur: एमआइटी के सात छात्रों का कैंपस प्लेसमेंट, मिला 2.7 लाख का पैकेज
ज्वाइनिंग से पहले सभी चयनित छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। फोटो: जागरण

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। मुजफ्फरपुर इंस्टीट््यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) में बुधवार को बीटेक फाइनल ईयर के छात्र-छात्राओं के लिए कैंपस प्लेसमेंट का आयोजन किया गया। एचसीएल कंपनी की ओर से आयोजित इस प्लेसमेंट ड्राइव के लिए 55 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से 44 छात्र इसमें शामिल हुए। 10-10 छात्रों का ग्रुप बनाकर जीडी कराया गया। इसके बाद साक्षात्कार की प्रक्रिया के बाद बीटेक के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की विद्या कुमारी, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की शिल्पा सोनाली व प्रिंस कुमार, मैकेनिकल के नावेद हसन, शिवम सागर और हिमांशु कुमार का चयन किया गया है। चयनित छात्र-छात्राओं को 2.7 लाख रुपये का पैकेज दिया जाएगा। ज्वाइनिंग से पहले सभी चयनित छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। बताया गया कि प्रशिक्षण अप्रैल से शुरू होगा। प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान कॉलेज की ओर से प्लेसमेंट कोआर्डिनेटर सादाब रब्बानी, प्रो.विजय, प्रो.एचसी वर्मा समेत अन्य शिक्षक और कंपनी की ओर से आए प्रबंधन और एचआर के अधिकारी मौजूद थे।  

कुआं जीर्णोद्धार कार्य नहीं करने पर एजेंसी ब्लैक लिस्टेड

मुजफ्फरपुर :  जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत शहर के सभी कुओं का जीर्णोद्धार किया जाना था। नगर निगम द्वारा निविदा के माध्यम से शहर के 81 कुओं के जीर्णोद्धार का कार्य शिवराम इंफ्रा को जून 2020 में दी गई थी। इस पर 38.21 लाख रुपये खर्च होने थे। लेकिन कार्यादेश के आठ माह बाद भी एजेंसी ने कार्य को पूरा करना तो दूर शुरू भी नहीं किया है। अब काम करने की जगह एजेंसी ने हाथ खड़ा कर दिए हैं। इससे नाराज होकर 

नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने एजेंसी के साथ हुए एकरारनामा को रद कर दिया है और एजेंसी को काली सूची में डाल दी है। नगर आयुक्त ने कहा कि एजेंसी को दो जून 2020 को शहर के 81 कुओं के जीर्णोद्धार का कार्यादेश दिया गया था लेकिन एजेंसी ने समय पर काम नहीं किया। कई बार नोटिस देने के बाद भी एजेंसी अपना काम नहीं की। एजेंसी के साथ हुए करार को रद कर दिया गया है और एजेंसी को काली सूची में डाली जा रही है। काम नहीं होने पर निगम बोर्ड की पिछले दिनों हुई बैठक में सवाल उठा था। बोर्ड ने एजेंसी को हटाकर फिर से निविदा निकालने का निर्णय लिया था। 

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