Muzaffarpur,Bihar Panchayat Election 2021: ईवीएम गड़बड़ी, हंगामा व बारिश के बीच मतदान जारी
नक्सल प्रभावित होने के कारण बोचहां में दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे। मुशहरी में शाम पांच बजे तक मतदान होगा। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान के लिए बीएमपी की तीन कंपनियां एवं जिला पुलिस के चार हजार से अधिक जवान लगाए गए हैं।
मुजफ्फरपुर, जासं। पंचायत चुनाव के चौथे चरण में जिले के मुशहरी की 26 और बोचहां प्रखंड की 20 पंचायतों में मतदान जारी है। सुबह से रूक-रूककर हो रही बारिश के बीच बड़ी संख्या में मतदाता बूथों पर पहुंचकर वोट डाल रहे हैं। इसमें महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है। सुबह में कुछ बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी के कारण देर से मतदान शुरू हुआ। कई बूथों पर जलजमाव के बीच मतदाता वोट डाल रहे हैं। सुबह 11 बजे तक मुशहरी में 20.60 एवं बोचहां में 20.19 फीसद मतदान हो चुका था। नक्सल प्रभावित होने के कारण बोचहां में दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे। मुशहरी में शाम पांच बजे तक मतदान होगा। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान के लिए बीएमपी की तीन कंपनियां एवं जिला पुलिस के चार हजार से अधिक जवान लगाए गए हैं।
हंगामा पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
मुशहरी की मणिका विशुनपुर चांद में बूथ संख्या 266 पर एक उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को लेकर मतदाताओं पर दबाव डालने हंगामा हो गया। बताया जा रहा कि शिबू कुमार नामक स्थानीय युवक द्वारा एक उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने को कहा जा रहा था। हंगामा की सूचना पर पहुंचे एएसपी एवं स्थानीय पुलिस ने हंगामा को शांत करने के लिए बल प्रयोग किया। वहीं मतदान की पूर्व संध्या पर मंगलवार को बोचहां की कर्णपुर उत्तरी पंचायत में दो मुखिया उम्मीदवार के समर्थकों में गोलीबारी को लेकर पुलिस अलर्ट है। इस पंचायत में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान चल रहा है।
मालूम हो कि दोनों प्रखंडों के तीन लाख से अधिक मतदाता 1310 सीटों के लिए मैदान में उतरे 5519 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं। इनमें 2713 पुरुष एवं 2806 महिला उम्मीदवार हैं। मुशहरी के 739 व बोचहां के 571 पंचायत जनप्रतिनिधियों के लिए 693 बूथों पर वोटिंग हो रही है। बोचहां से दो वार्ड सदस्य एवं 56 पंच का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। वहीं मुशहरी में 73 सीटों पर पंच का निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। मुशहरी के 410 बूथों में से 17 नक्सल प्रभावित और 125 संवेदनशील हैं। वहीं बाेचहां के 283 बूथों में से 125 नक्सल प्रभावित एवं 137 संवेदनशील हैं।