मोतीपुर पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक में टकराव, सीएस कार्यालय में हंगामा
जिले में स्वास्थ्य प्रबंधक की मनमानी परवान पर है। मोतीपुर पीएचसी प्रभारी से वहां की स्वास्थ्य प्रबंधक उलझी तो बोचहां सीएचसी प्रभारी ने सिविल सर्जन से फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
मुजफ्फरपुर : जिले में स्वास्थ्य प्रबंधक की मनमानी परवान पर है। मोतीपुर पीएचसी प्रभारी से वहां की स्वास्थ्य प्रबंधक उलझी तो बोचहां सीएचसी प्रभारी ने सिविल सर्जन से फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। दोनों घटनाएं आज स्वास्थ्य विभाग में चर्चा का विषय बनीं। इसे लेकर सीएस कार्यालय पर आपस में हंगामा होता रहा।
मोतीपुर प्रबंधक को तत्काल हटाया
सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने एंटीजन किट कालाबाजारी मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अभी तक अपना चार्ज नहीं सौंपा और न ही जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू है। अभी यह मामला अभी विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच मोतीपुर के स्वास्थ्य प्रबंधक वहां के पीएचसी प्रभारी से उलझ गईं। मंगलवार को मोतीपुर के पीएचसी प्रभारी, चिकित्सक व अन्य कर्मी शिकायत लेकर सीएस कार्यालय आए। यहां पर सिविल सर्जन डा.विनय कुमार शर्मा ने दोनों पक्ष की बात सुनी। इस बीच सीएस कार्यालय के बाहर कई बार हंगामा हुआ। मोतीपुर पीएचसी प्रभारी चिकित्सक डा. विनोद कुमार, विकास कुमार समेत कई चिकित्सक व कर्मियों के साथ सिविल सर्जन से मिले। सीएस को एक पत्र सौंपा जिसमें आरोप लगाया कि मोतीपुर की स्वास्थ्य प्रबंधक कल्पना कुमारी की लापरवाही के कारण कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। 6 दिसंबर को संध्या कालीन समीक्षा बैठक के दौरान डाटा आपरेटर के भुगतान हेतु पीएफएमएस पर अपना हस्ताक्षर नहीं करने से भुगतान अवरुद्ध हो रहा था। जिसपर 7 दिसंबर को डाटा आपरेटर ने काम पर नहीं आने की चेतावनी दी। इस क्रम में लेखापाल रवि रंजन से वह उलझ गईं। जब प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बीच- बचाव करने गए तो सभी चिकित्सा पदाधिकारियों के समक्ष प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। लिखित शिकायत के बाद सिविल सर्जन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मोतीपुर स्वास्थ्य प्रबंधक कल्पना कुमारी को सदर अस्पताल में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया।
बोचहां सीएचसी प्रभारी सीएस से उलझ पड़े
बोचहां सीएचसी प्रभारी ने सिविल सर्जन को फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन डा विनय कुमार शर्मा से बोचहा प्रभारी डा. मनीष शंकर चौधरी ने फोन पर असंसदीय भाषा का प्रयोग किया। उनपर सौतेला व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। दोनों अधिकारियों के बीच बकझक की घटना 30 नवंबर की शाम 6.50 बजे की बताई जाती है। फोन पर बातचीत के दौरान स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई कि सीएस को काल काटना पड़ा। इसके बाद सिविल सर्जन ने स्पष्टीकरण मंगा है। सिविल सर्जन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उनपर आरोप लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने इससे अधिक कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। इधर, सिविल सर्जन द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने पर बोचहां सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा मनीष शंकर चौधरी ने असंसदीय शब्दों का प्रयोग करने से इनकार किया है। लेकिन यह घटना स्वास्थ्य महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है।