मुजफ्फरपुर में मुक्त कराए गए डेढ़ सौ से अधिक बाल श्रमिकों का पुनर्वास नहीं

अलग-अलग राज्यों से जिले के इन बाल श्रमिकों को कराया गया था मुक्त। बच्चों के अभिभावक को मुख्यमंत्री सहायता कोष से बच्चों के अभिभावक को उनके पुनर्वास के लिए 25 हजार रुपये दिए जाते हैं। बचपन बचाओ आंदोलन ने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 08:59 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 08:59 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में मुक्त कराए गए डेढ़ सौ से अधिक बाल श्रमिकों का पुनर्वास नहीं
बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के बाद इसका फॉलोअप नहीं किया जा सका है।

मुजफ्फरपुर, जासं। बाल श्रमिकों के पुनर्वास को लेकर मुख्यमंत्री सहायता कोष से राशि दी जानी है। मगर जिले के डेढ़ सौ से अधिक मुक्त कराए गए बाल मजदूरों को उक्त योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। इससे उनका पुनर्वास भी नहीं हो सका है। बचपन बचाओ आंदोलन ने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। 

मालूम हो कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से बच्चों के अभिभावक को उनके पुनर्वास के लिए 25 हजार रुपये दिए जाते हैं। बचपन बचाओ आंदोलन के विनय कुमार ने जिला प्रशासन को यह सूचित किया कि विभिन्न स्थानों से मुक्त कराए गए 162 बाल मजदूरों की सूची जिले को भेजी गई है। वे मुक्त कराए गए थे। उनका पुनर्वास किया गया ना फॉलोअप हुआ। वे वर्तमान में किस स्थिति में हैं इसकी पड़ताल नहीं की गई।

मुक्त कराए गए जिले के ये बाल मजूदर सभी थाना क्षेत्र के हैं। इसमें करजा, अहियापुर, सकरा, औराई, गायघाट, बोचहां, बेनीबाद, मीनापुर, कांटी, बरूराज, फकुली समेत कई थाना क्षेत्रों के बच्चे शामिल हैं। बचपन बचाओ आंदोलन की ओर से कहा गया कि यह चिंता का विषय है कि बाल श्रमिक दूसरी बार मुक्त कराए गए। यही हाल रहा तो उन्हें मुक्त कराकर घर पहुंचाया जाएगा। इसके बाद वे बाल मजदूरी के दलदल में फिर धकेल दिए जाएंगे।  

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