पीजी में कई कॉलेजों व विभागों में सीट से अधिक नामांकन, जांच शुरू

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में सीट से अधिक नामांकन लेने का मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 01:04 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 01:04 AM (IST)
पीजी में कई कॉलेजों व विभागों में सीट से अधिक नामांकन, जांच शुरू
पीजी में कई कॉलेजों व विभागों में सीट से अधिक नामांकन, जांच शुरू

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में सीट से अधिक नामांकन लेने का मामला प्रकाश में आया है। इसमें कई पीजी विभाग व कॉलेज भी शामिल हैं। शिकायत मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है। डीएसडब्ल्यू डॉ. अभय कुमार सिंह ने बताया कि कॉमर्स, जूलॉजी, भौतिकी समेत कुछ अन्य विषयों में सीट से अधिक नामांकन होने की शिकायत मिली है। इसके आलोक में कमेटी का गठन कर कॉलेजों से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद यदि यह प्रमाणित होता है कि विवि की ओर से निर्धारित सीट से अधिक नामांकन लिया गया है तो संबंधित कॉलेज के प्राचार्य व पीजी विभागाध्यक्ष से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने की स्थिति में कार्रवाई भी की जाएगी। 53 सौ सीट के लिए हुई थी नामांकन की प्रक्रिया, बाद में राजभवन की अनुशंसा पर कुछ विषयों में 10 फीसद वृद्धि : विश्वविद्यालय की ओर से सभी पीजी विभागों और कॉलेजों को मिलाकर 5300 सीट के लिए पीजी में नामांकन की प्रक्रिया हुई थी। हालांकि कई विषयों में सीट से पांच गुना अधिक आवेदन आने के बाद राजभवन की अनुशंसा पर संबंधित विषय में 10 फीसद तक सीट की वृद्धि की गई। अब जारी होगी चौथी मेधा सूची : पीजी में तीन बार मेधा सूची के आधार पर नामांकन लिया गया। इसके बाद बाकी बचे सीटों को भरने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑन स्पॉट नामांकन लेने का फैसला किया। लेकिन यह फैसला गलत साबित हुआ। जिन विषयों में एक या दो ही सीट बचे थे, उसके लिए 20 से अधिक विद्यार्थियों ने दावा कर दिया। इस दौरान कॉमर्स में नामांकन के लिए हंगामा भी हुआ। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए वरीय अधिकारियों के आदेश पर ऑनस्पॉट नामांकन पर रोक लगा दिया गया। साथ ही अब विश्वविद्यालय की ओर से 30 नवंबर से पूर्व चौथी मेधा सूची जारी करने की तैयारी की जा रही है।

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