भूअर्जन विभाग के अधिकारियों की मनमानी के विरोध में विधायक देंगे धरना
सिकटा विधानसभा क्षेत्र के सिकरहना नदी पर महेशडा घाट व करताहां नदी पर त्रिमुहान घाट पर पुल एक ही बार बना। दोनों घाटों पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के तहत 2012 में ही उच्च स्तरीय आरसीसी हाई लेवल ब्रिज का निर्माण कार्य अठारह महीने में पुल तैयार हो गया।
पश्चिम चंपारण, जासं । करोड़ों की लागत से पुल बन गया। , लेकिन एप्रोच का निर्माण नहीं हुआ है। इसको लेकर विधायक ने निर्णायक संघर्ष आरंभ किया है। विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने महेशडा घाट पुल पर पहुंच कर सैकड़ों लोगों से कहा कि सरकार लोगों के पैसों का दुरूपयोग कर रही है। सिकटा विधानसभा क्षेत्र के सिकरहना नदी पर महेशडा घाट व करताहां नदी पर त्रिमुहान घाट पर पुल एक ही बार बना। दोनों घाटों पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के तहत 2012 में ही उच्च स्तरीय आरसीसी हाई लेवल ब्रिज का निर्माण कार्य अठारह महीने में पुल तैयार हो गया। परंतु पुल का पहुंच पथ नहीं बना । जिससे लाखों लोगों की आबादी पुल का उपयोग नहीं कर पा रही है। सरकारी राशि व्यय के बाद भी लोगों के आवागमन की सुविधा नहीं है। जो नागरिकों के प्रति अन्याय है । इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता ।
पुल निर्माण में राज नेताओं और ठेकेदारों ने जमकर लूटा है । मगर जनता को कुछ नहीं मिला है । विभागीय अभियंताओं ने बताया है कि एप्रोच में 1.5 किलोमीटर जमीन निजी है । इस कारण पहुंच पथ नहीं बन सका है । किसानों से रैयती हक साबित करने के लिए दस किस्म के कागजात की मांग कर रहा है। जिसे लेकर भूस्वामी वर्षों से भू अभिलेख कार्यालय और अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं । विधायक ने सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को एक आवेदन देकर शीघ्र जमीन अधिग्रहण कर पहुंच पथ बनाने का मांग किया । इसको लेकर आगामी 3 फरवरी को कलेक्टृरेट के सक्षम धरना देंगे । मौके पर पूर्व जिला पार्षद सुजायत अंसारी, सुनील कुमार यादव, वीरेन्द्र पासवान, संजय राम आदि मौजूद थे । अगामी तीन फरवरी को कलेक्ट्रेट के सामने धरना देकर जताएंगे विरोध भ्रष्टाचार को लेकर अधिकारियों ने नहीं बनने दिया पुल का एप्रोच