Muzaffarpur Institute of Technology: 400 इंजीनियरिंग कॉलेजों को मात देकर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में MIT अव्वल

Muzaffarpur Institute of Technology एक से तीन अगस्त तक दिल्ली में ऑनलाइल आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के सॉफ्टवेयर एडिशन में MIT देशभर के 400 कॉलेजों को मात देकर अव्वल आई है।

By Edited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 02:01 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:19 AM (IST)
Muzaffarpur Institute of Technology: 400 इंजीनियरिंग कॉलेजों को मात देकर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में MIT अव्वल
Muzaffarpur Institute of Technology: 400 इंजीनियरिंग कॉलेजों को मात देकर स्मार्ट इंडिया हैकथॉन में MIT अव्वल

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एमआइटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) की टीम ने हार्डवेयर के बाद इस बार स्मार्ट इंडिया हैकथॉन का सॉफ्टवेयर एडिशन भी अपने नाम कर लिया है। एक से तीन अगस्त तक दिल्ली में ऑनलाइल आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के सॉफ्टवेयर एडिशन में कॉलेज की रेनबो-6 टीम प्रतियोगिता में देशभर के 400 इंजीनिय¨रग कॉलेजों को मात देकर अव्वल आई है। कॉलेज की रेनबो-6 टीम की ओर से 'प्रिडेक्टिव मेंटेनेंस ऑफ बैटरी लाइफ ऑफ इलेक्ट्रिक व्हैकिल्स' पर प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया गया था। इसे देशभर में सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट के रूप में चयनित किया गया।

 कॉलेज के प्राचार्य डॉ.जेएन झा ने इस उपलब्धि के लिए कॉलेज के शिक्षकों, टीम रेनबो को बधाई दी है। प्राचार्य ने कहा कि इस उपलब्धि के लिए टीम को एक लाख रुपये मिलेंगे। टीम में इलेक्ट्रिकल के 2018 बैच के अनुराग, इसी ब्रांच के 2017 बैच के उत्पल कांत, विद्या और 2018 बैच के आशीष कुमार, 2019 बैच के अमन सत्यम, आइटी के 2017 बैच के ऋषभ कुमार शामिल थे। टीम के लीडर अनुराग थे। कॉलेज के प्रो.आशीष कुमार, प्रो.मोहित कुमार और मेकेनिकल के प्रो.अंकित कुमार ने टीम को समय-समय पर गाइड किया।

 आइटी के विभागाध्यक्ष प्रो.विजय कुमार, प्रो.मणिकांत कुमार ने भी विद्यार्थियों को काफी सहयोग किया। प्रो.आशीष ने बताया कि छात्रों ने बिजली से चलने वाले वाहनों में इस्तेमाल होने वाली बैटरी की मेंटेनेंस से लेकर उसके संरक्षण के लिए एक एप विकसित किया। इसमें बैट्री को कम समय में चार्ज करने के साथ ही इसकी खपत और तय की जाने वाली दूरी मानने की व्यवस्था की। इसकी मदद से बैट्री की खपत, बैट्री की स्थिति, चार्ज साइकल, एसी का स्टेटस, हेडलाइट और गाड़ी पर कितना लोड है यह एप के माध्यम से ही जाना जा सकता है। साथ ही गाड़ी में कब सस्पेंशन शॉकर बदलना है और बैट्री समाप्त होने से पहले अलर्ट करेगा, ये सभी फीचर्स उसमें जोड़े। एप से उसकी पूरी मॉनिट¨रग भी की जा सकेगी।

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