निर्धारित समय में ऑक्सीजन प्लांट चालू नहीं हुआ तो कार्रवाई के लिए रहें तैयार
जिले में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
मुजफ्फरपुर : जिले में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। एसकेएमसीएच परिसर में भी ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। प्रभारी मंत्री मुकेश सहनी ने मंगलवार को इसका जायजा लिया। उन्होंने प्लांट का निर्माण तीव्र गति से कराने को कहा ताकि इसका लाभ अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों को मिल सके। निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि को निर्धारित अवधि में इसे पूरा कराने को कहा साथ ही इसमें लापरवाही पर कार्रवाई के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी। उन्होंने डीडीसी को निर्देश दिया गया कि प्लांट पर एक प्रशासनिक पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करें। इससे निर्माण कार्य की निगरानी हो सकेगी। प्लांट को 15 दिनों में चालू किया जाना है। कोरोना को देखते हुए एक सप्ताह में ही इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके बाद मंत्री ने एसकेएमसीएच में बैठक भी की। इसमें डीएम प्रणव कुमार, एसएसपी जयंत कांत, डीडीसी डॉ. सुनील कुमार झा, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, एसडीओ पश्चिमी डॉ. एके दास, एसकेएमसीएच अधीक्षक समेत अन्य चिकित्सक व पदाधिकारी मौजूद थे। मंत्री ने अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों के समुचित इलाज की व्यवस्था और उन्हें उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की। निर्देश दिया कि प्रत्येक कोविड मरीज की निगरानी सीसी कैमरे के माध्यम से की जाए। साथ ही हिदायत दी कि सभी चिकित्सक तय रोस्टर के अनुसार कर्तव्यों का निर्वहन करें। चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ कोविड वार्ड में विजिट करते रहें। प्रत्येक मरीज की स्थिति पर सतत निगरानी रखी जाए। कर्तव्य निर्वहन में कोताही पर कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जान की कीमत है। इसलिए समन्वय के साथ कार्य करते हुए सभी श्रेष्ठ योगदान दें।
उन्होंने एसकेएमसीएच में ऑक्सीजन, आवश्यक दवाएं व उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी ली। डीडीसी ने बताया गया कि निजी अस्पतालों के साथ एसकेएमसीएच को भी प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिले में दो प्लांट कार्य कर रहे हैं। आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता से संबंधित रिपोर्ट नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाए। साथ ही जो भी कमियां हैं तत्काल उनके संज्ञान में दी जाएं।