Bihar Board Matric Exam 2021: मधुबनी में 70 केंद्रों पर होगी मैट्रिक परीक्षा, 64 हजार 429 परीक्षार्थी होंगे शामिल

मधुबनी में मैट्रिक परीक्षा की प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। 33 हजार 185 छात्राओं के लिए 34 एवं 31 हजार 244 छात्रोंं के लिए बनाए गए 36 परीक्षा केंद्र। परीक्षा केंद्रोंं के आसपास रहेगी निषेधाज्ञा लागू जिला से लेकर अनुमंडल स्तर पर नियंत्रण केंद्र।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Feb 2021 04:50 PM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 09:52 AM (IST)
Bihar Board Matric Exam 2021: मधुबनी में 70 केंद्रों पर होगी मैट्रिक परीक्षा, 64 हजार 429 परीक्षार्थी होंगे शामिल
मधुबनी में 70 केंद्रों पर होगी मैट्रिक परीक्षा।

मधुबनी, जागरण संवाददाता। जिले में मैट्रिक परीक्षा की प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। यह परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक दो पालियों में ली जाएगी। हालांकि, दोनों पालियों में एक ही विषय की परीक्षा होगी। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे से एवं द्वितीय पाली की परीक्षा  दोपहर पौने दो बजे से प्रारंभ होगी। मैट्रिक परीक्षा के लिए जिले में 70 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें छात्र के लिए 36 एवं छात्राओं के लिए 34 परीक्षा केंद्र शामिल हैं। मैट्रिक परीक्षा में 64 हजार 429 परीक्षार्थी शामिल होंगे। इनमें 31 हजार 244 छात्र एवं 33 हजार 185 छात्राएं शामिल हैं। छात्र एवं छात्रा के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। छात्राओं के लिए संबंधित अनुमंडल क्षेत्र में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जबकि, छात्रों के लिए केवल सदर अनुमंडल एवं झंझारपुर अनुमंडल में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिला प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए हैं। परीक्षा में कदाचार को रोकने के लिए सभी केन्द्रों पर पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र एवं लाठी बल के साथ स्टैटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। वहीं, उडऩदस्ता, सुपर जोनल, जोनल एवं गश्ती दंडाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति पुलिस पदाधिकारी के साथ की गई है। 

छात्रोंं के लिए झंझारपुर एवं सदर अनुमंडल में बने परीक्षा केंद्र  

छात्रों के लिए केवल झंझारपुर एवं सदर अनुमंडल क्षेत्र में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। छात्राओं के लिए अपने-अपने अनुमंडल क्षेत्र में ही परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सदर अनुमंडल क्षेत्र में सबसे अधिक 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें छात्राओं के लिए 10 एवं छात्रों के लिए 26 परीक्षा केंद्र शामिल हैं। झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें छात्राओं के लिए छह एवं छात्रों के लिए 10 परीक्षा केंद्र शामिल हैं। जबकि, बेनीपट्टी अनुमंडल क्षेत्र में सात, फुलपरास अनुमंडल क्षेत्र में छह एवं जयनगर अनुमंडल क्षेत्र में पांच परीक्षा केंद्र केवल छात्राओं के लिए बनाए गए हैं। 

गैर शिक्षक एवं कर्मचारी से वीक्षण पर प्रतिबंध  

किसी भी परिस्थिति में गैर शिक्षक एवं अन्य किसी कर्मचारी को वीक्षण कार्य में नहीं लगाने का कड़ा आदेश दिया गया है। जिस विद्यालय के परीक्षार्थी किसी परीक्षा केंद्र से संबद्ध हो तो उस विद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को उस परीक्षा केंद्र में प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के मुख्य प्रवेश द्वार पर प्रवेश पत्र देखकर गहन जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। 

एक कमरे के वीक्षक दूसरे कमरे में नहीं करेंगे प्रवेश 

एक कमरा में प्रतिनियुक्त वीक्षक दूसरे कमरे में नहीं जाएंगे और अपने कमरे में हमेशा भ्रमणशील रहेंगे। निरीक्षण के दौरान किसी परीक्षा कक्ष में सामूहिक कदाचार पाए जाने पर वीक्षक ही मुख्य रुप से जिम्मेवार माने जाएंगे और उनके विरुद्ध परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। केंद्राधीक्षक भी कदाचार के लिए जवाबदेह माने जाएंगे। प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक एवं प्रत्येक परीक्षा कक्ष में कम से कम दो वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई है। प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थियों के ही बैठने की व्यवस्था की गई है। छात्राओं के परीक्षा केंद्रों पर केवल महिला वीक्षकों की ही प्रतिनियुक्ति की गई है।

सीसीटीवी से होगी परीक्षा की होगी निगरानी  

सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा संचालन के दौरान बाहरी एवं अन्य आवश्यक स्थानों की गतिविधियों को सीसीटीवी में कैद किया जाएगा। ताकि, कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन में बाधा उत्पन्न करने वाले तत्वों की पहचान की जा सके। परीक्षा केंद्रों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। परीक्षा संचालन के दौरान सभी परीक्षा केंद्रों के पांच सौ गज परिधि में धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी। निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

चार आदर्श परीक्षा केंद्र भी बनाए गए  

मैट्रिक परीक्षा के लिए चार आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। आदर्श परीक्षा केंद्रों में शिव गंगा बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय, मधुबनी, परियोजना बालिका प्लस टू उच्च विद्यालय, बेनीपट्टी, पार्वती लक्ष्मी कन्या प्लस टू उच्च विद्यालय, झंझारपुर एवं श्रीकृष्ण यादव प्लस टू उच्च विद्यालय, बरही, फुलपरास शामिल हैं। उक्त चारों आदर्श परीक्षा केंद्रों पर महिला केंद्राधीक्षक, महिला वीक्षक, महिला स्टैटिक दंडाधिकारी एवं महिला पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। उक्त चारों आदर्श परीक्षा केंद्रों में दो हजार 37 छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगी।

जिला एवं अनुमंडल नियंत्रण कक्ष की स्थापना  

परीक्षा के दौरान जिले की सभी परीक्षा केंद्रों पर सूक्ष्म निगाह रखने, स्वच्छ एवं कदाचारमुक्त परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिला नियंत्रण कक्ष सदर अनुमंडल कार्यालय में स्थापित की गई है, जिसका दूरभाष संख्या 06276-222201 है। सदर अनुमंडल को छोड़कर शेष सभी अनुमंडलों में भी अनुमंडल नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना की गई है। 

किस अनुमंडल में कितने परीक्षार्थी   सदर अनुमंडल - 22 हजार 336 छात्र एवं नौ हजार 716 छात्राएं झंझारपुर अनुमंडल -  आठ हजार 908 छात्र एवं पांच हजार 566 छात्राएं बेनीपट्टी अनुमंडल - छह हजार 499 छात्राएं जयनगर अनुमंडल - चार हजार 815 छात्राएं फुलपरास अनुमंडल - छह हजार 589 छात्राएं प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी : उडऩदस्ता दल दंडाधिकारी - छह सुपर जोनल दंडाधिकारी - सात जोनल दंडाधिकारी - नौ गश्ती दंडाधिकारी - 21 स्टैटिक दंडाधिकारी - 101 पुलिस पदाधिकारी - 113 (हर स्तर के दंडाधिकारी के साथ एक-एक पुलिस पदाधिकारी) सशस्त्र बल - प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर 1-4 सशस्त्र बल एवं लाठी बल चौकीदार/दफादार

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