पश्चिम चंपारण के खैरटिया में मसान ने मचाई तबाही, कटावरोधी कार्य की गति बढ़ी

मुख्य अभियंता ने मौके पर पहुंचकर कटावरोधी कार्य का लिया जायजा ग्रामीणों की मांग पर तीन लेयर में बंबू पाइलिंग कराने का आदेश बीते दिनों मसान में आई बाढ़ के कारण उक्त स्थल की सड़क नदी में समा गई हैं।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:37 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 05:37 PM (IST)
पश्चिम चंपारण के खैरटिया में मसान ने मचाई तबाही, कटावरोधी कार्य की गति बढ़ी
पश्‍च‍िम चंपारण में कटावरोधी कार्य का अभियंता ने ल‍िया जायजा। जागरण

पश्चिम चंपारण, जासं। रामनगर प्रखंड के जोगिया पंचायत अंतर्गत खैरटिया टोला में चल रहे कटावरोधी कार्य का जायजा बाढ़ संघर्षात्मक समिति के अध्यक्ष व मुख्य अभियंता रमण कुमार ने किया। लगभग आधा किलोमीटर लंबाई में चल रहे बंबू पाइलिंग कार्य का जायजा अभियंता ने लिया। बीते दिनों मसान में आई बाढ़ के कारण उक्त स्थल की सड़क नदी में समा गई हैं। आवागमन पूरी तरह बाधित है व केवल पैदल लोग आ जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता ने ग्रामीणों की सारी बातें सुनीं। मौके पर मौजूद अभियंता उमानाथ राम, दीपक कुमार , लालबहादुर ङ्क्षसह तथा सचिन कुमार को मुख्य अभियंता ने पाइलिंग को तीन लेयर करने तथा यथायुक्त लंबाई बढ़ाने का भी आदेश दिया। ग्रामीणों ने नदी की मुख्य धारा में इक_ा हुए मलबे, मिट्टी तथा बालू हटाने की भी मांग की। जिसपर अभियंताओं ने आश्वासन दया। कटावरोधी कार्य को मुख्य अभियंता ने संतोषजनक बताया। मौके पर उपस्थित महुई पंचायत के पूर्व मुखिया हलिम रेजा ने बताया कि डैनमरवा , महुई , झारमहुई तथा जोगिया पंचायतों को बचाने का एकमात्र उपाय गाइडबांध या त्रिवेणी नहर के साईफन को तोड़कर नदी को नीचे तथा नहर को उपर किया जाना है। उज्जवल पांडेय ने भी कहा कि यदि नदी को त्रिवेणी नहर के नीचे कर दिया जाय तो मसान के जल की गति कमजोर पड़ जाएगी। अभियंताओं ने बताया कि फिलहाल संपूर्ण फोकस कटाव को रोकना है। इस मौके पर जोगिया मुखिया रेयासत हुसैन , उज्जवल पांडेय , राजेश राम , ताहिर हुसैन आदि उपस्थित थे ।

पिपरा-पिपरासी तटबंध सुरक्षित, कई ङ्क्षबदुओं पर होगा मरम्मत कार्य

जल संसाधन विभाग के बाढ़ एक्सपर्ट, अधीक्षण अभियंता , सहायक अभियंता और प्रखंड प्रमुख ने संयुक्त रूप से पिपरा-पिपरासी तटबंध का निरीक्षण सोमवार को किया। निरीक्षण के उपरांत बाढ़ एक्सपर्ट अब्दुल हमीद तथा बाढ़ नियंत्रण अंचल पडरौना के अधीक्षण अभियंता महेश्वर शर्मा ने बताया कि पिपरासी के 1.2 किमी ठोकर का गहनता पूर्वक निरीक्षण किया गया। ठोकर सुरक्षित है। गंडक नदी के जलस्तर में भारी गिरावट आई है। रेन कट या रेन होल को मरम्मत करने का निर्देश सहायक अभियंता गौतम कुमार को दिया गया है। मिट्टी से निर्मित पुस्ता भी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए हैं। संवेदक को मरम्मत का आदेश दिया गया है। इस दौरान सहायक अभियंता का कार्य संतोषप्रद मिला। जिसकी सराहना बाढ़ एक्सपर्ट, अधीक्षण अभियंता तथा प्रमुख यशवंत नारायण यादव ने की। बाढ़ एक्सपोर्ट ने बताया कि शून्य किमी से लेकर 35 किलोमीटर तथा जीएच प्रभाग तक निरीक्षण किया गया है। तटबंध पर दबाव या कटाव जैसी स्थिति नहीं है। कराए गए एंटी रोजन कार्य स्टेबल हैं। अभियंता 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं। मौके पर कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ,कार्यपालक अभियंता सईद अहमद ,सहायक अभियंता कामेश्वर दास ,रवि प्रकाश,कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार ,अमरकांत मंडल ,मन्नू कुमार आदि मौजूद थे।

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