आवदेन जमा करने के दौरान कई महिलाएं अचेत होकर गिरीं

लंबे अर्से बाद खुले कुढ़नी प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर राशन कार्ड बनवाने को लेकर आवेदन जमा करने को ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 01:08 AM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 01:08 AM (IST)
आवदेन जमा करने के दौरान कई महिलाएं अचेत होकर गिरीं
आवदेन जमा करने के दौरान कई महिलाएं अचेत होकर गिरीं

मुजफ्फरपुर : लंबे अर्से बाद खुले कुढ़नी प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर राशन कार्ड बनवाने को लेकर आवेदन जमा करने को ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। काफी समय तक लाइन में खड़े होने से कई महिलाएं अचेत होकर जमीन पर गिर गई जिन्हें स्थानीय चिकित्सक के प्रयास से होश में लाया गया। यहां कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन होता रहा। महिलाओं ने न मास्क लगाए और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल रखा।

बताया जाता है कि नया राशन कार्ड बनवाने के आवेदन में आवासीय प्रमाण पत्र की अनिवार्यता के कारण प्रतिदिन सैकड़ों आवेदक यहां आते हैं। एक ही काउंटर होने से महिलाओं को काफी परेशानी होती है। लंबे समय तक खड़े रहने के कारण कई महिलाएं बेहोश होकर जमीन पर गिर जाती हैं। वहीं, दो-तीन बजे काउंटर बंद होने से आधा से अधिक आवेदकों को प्रतिदिन वापस लौटना पड़ता है। गुरुवार को थतिया निवासी देवकली देवी, महंत मनियारी निवासी राखी देवी, रजला निवासी देव कुमारी देवी समेत विभिन्न पंचायतों से आईं आधा दर्जन महिलाएं आवासीय प्रमाण पत्र का आवेदन जमा करने के दौरान बेहोश होकर गिर पड़ीं जिनका लोगों ने स्थानीय चिकित्सक के यहा इलाज कराया। वहीं, कुछ को खुली हवा में रखा गया जिन्हें थोड़ी देर बाद होश आया। महिलाओं ने बताया कि वे घर से बिना कुछ खाए प्रखंड मुख्यालय सुबह आठ बजे ऑटो भाड़ा कर आवेदन जमा करने पहुंचीं। काफी समय तक लाइन में खड़ा होना पड़ा।

उधर, कुढ़नी सीओ रंभू ठाकुर ने बताया कि आवेदकों की सुविधा को देखते हुए दो काउंटर खोले गए हैं। एक काउंटर पर राशन कार्ड व दूसरे काउंटर पर आवासीय प्रमाण पत्र को आवेदन लिए जाते हैं। पंक्तिबद्ध होकर आवेदन जमा करने को अंचल गार्ड को तैनात किया गया है। किसी आवेदक के बेहोश होने की सूचना नहीं मिली है। भीड़ से निजात पाने को राशन कार्ड आवेदन जमा करने के लिए सभी पंचायतों का रोस्टर जारी किया जा चुका है। जिस दिन जिस पंचायत के राशन कार्ड जमा करने की तिथि निर्धारित हो, उस पंचायत के लोग उसी दिन आकर अपना आवेदन जमा करें। इससे किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।

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