समस्तीपुर में एनएच 28 पर शरण लिए हैं अतिवृष्टि से कई विस्थापित परिवार

पूर्व में उनके घर के आसपास का जमा पानी पुल–पुलिया होकर निकल जाया करता था। पर पुल–पुलिया के बंद किए जाने के कारण उनके घर के पास जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर प्रखंड व अंचल कार्यालय तक अपनी समस्याओं से अवगत कराया है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 07:40 AM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 07:40 AM (IST)
समस्तीपुर में एनएच 28 पर शरण लिए हैं अतिवृष्टि से कई विस्थापित परिवार
लोगों को भोजन के भी पड़ रहे लाले, पशु चारे का भी घोर अभाव। फोटो- जागरण

समस्तीपुर, जासं। सरायरंजन प्रखंड के गंगापुर स्थित वार्ड 14 में बारिश का पानी दर्जनों लोगों के घर में घुस गया है। नतीजतन बारिश के पानी से विस्थापित लोग एनएच 28 के किनारे तंबू तान कर गुजर-बसर कर रहे हैं। इन लोगों को भोजन के भी लाले पड़ रहे हैं। वहीं इनके पास पशु चारे का भी घोर अभाव हो गया है। हद तो यह है कि राहत के नाम पर भी इन लोगों को अब तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई है। इस बाबत बाढ़ पीड़ितों में राजकुमार दास ,शिवजी दास ,रामप्रवेश दास, राजेश दास, चन्दर दास ,गुलाब दास आदि ने बताया कि उन लोगों के घर फूस का है। अत्यधिक बारिश के कारण इस वर्ष पिछले तीन महीने से उनके घर में पानी घुसा हुआ है। विवश होकर वे लोग अपने बाल–बच्चों एवं मवेशियों के साथ एनएच 28 पर शरण ले रखा है। जहां उन्हें दाने-दाने के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके घर के आसपास का जमा पानी पुल–पुलिया होकर निकल जाया करता था। पर पुल–पुलिया के बंद किए जाने के कारण उनके घर के पास जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर प्रखंड व अंचल कार्यालय तक अपनी समस्याओं से अवगत कराया है। बावजूद इसके उन लोगों को कोई राहत नहीं मिल पाई है।

अत्यधिक बारिश से उदापट्टी–लालू चौक सड़क कई जगहों पर जलमग्न

सरायरंजन प्रखंड के उदापट्टी से पश्चिम लालू चौक तक जाने वाली पक्की सड़क अत्यधिक बारिश के कारण कई जगहों पर जलमग्न है। नतीजतन इस सड़क पर बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने घरों से निकलकर मछली मारने लगे हैं। इस बाबत कई ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों बाद उन्होंने इस तरह की बारिश को देखी है। अत्यधिक बारिश के कारण ग्रामीण सड़कों पर कई जगह पानी बह रहा है। निजी स्वार्थों के चलते कई लोगों द्वारा पुल–पुलिया को बंद किए जाने के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि ग्रामीण क्षेत्र के पुल–पुलियों को शीघ्र खोला जाए ,ताकि ग्रामीणों को जलजमाव की समस्या से निजात मिल सके। 

chat bot
आपका साथी