शिवहर में महावीरी झंडोत्सव का आयोजन, खिलाड़ियों ने दिखाए करतब

पुरनहिया प्रखंड के अदौरी चिरैया बसंतपट्टी और बराही समेत दर्जनों गांवों से पूजन-अर्चन के बाद महिला पुरुष वृद्ध व बच्चों की विशाल जुलूस के साथ महावीरी झंडा निकाला गया। गांव और आसपास के इलाकों से गुजरते हुए महावीरी झंडा रैन स्थल पर पहुंचा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:11 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:11 AM (IST)
शिवहर में महावीरी झंडोत्सव का आयोजन, खिलाड़ियों ने दिखाए करतब
खिलाड़ियों ने किया लाठी-डंडों के खेल का प्रदर्शन, दिखाए करतब। फोटो- जागरण

शिवहर, जासं। नवरात्र के दौरान शिवहर में महावीरी झंडोत्सव के आयोजन की परंपरा रही है। नवरात्र के पहले दिन से शुरू झंडोत्सव का आयोजन कार्तिा गयाक पू आयोजनर्णिमा तक चलता है। इस दौरान रोजाना किसी ने किसी गांव में झंडोत्सव का आयोजन होता है। जबकि दशहरा और कार्तिक पूर्णिमा पर विशेष और वृहद आयोजनय होता है। इस क्रम में दशहरा पर पुरनहिया प्रखंड के अदौरी, चिरैया, बसंतपट्टी और बराही समेत दर्जनों गां किवों में महावीरी झंडोत्सव का आयोजन किया गया। कोरोना की वजह से पिछले साल आयोजन नहीं हो पाया था। लिहाजा, इस साल आयोजन में लोगों की भारी भीड़ रही। इस अवसर पर लोगों ने परंपरागत लाठी-डंडों के खेल का प्रदर्शन किया। साथ ही हैरतअंगेज कारनामें भी दिखाए। 

पुरनहिया प्रखंड के अदौरी, चिरैया, बसंतपट्टी और बराही समेत दर्जनों गांवों से पूजन-अर्चन के बाद महिला, पुरुष, वृद्ध व बच्चों की विशाल जुलूस के साथ महावीरी झंडा निकाला गया। गांव और आसपास के इलाकों से गुजरते हुए महावीरी झंडा रैन स्थल पर पहुंचा। जहां दर्जनों गांवों के महावीरी झंडे का मिलान किया गया। वहीं परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान इलाका जय श्रीराम, हर-हर महादेव, जय बजरंगी जय हनुमान के गगनभेदी नारों से गूंजता रहा। साथ ही लोग भक्ति गीतों पर झूमते रहे। कोरोना वायरस और पंचायत चुनाव को लेकर जिले में लागू धारा 144 की वजह से इस बार भी आयोजन पर प्रशासनिक सख्ती और बंदिशें रही। बावजूद इसके लोग भक्ति में डूबे रहे। आयोजन के दौरान पुलिस-प्रशासन की टीमें भी तैनात रही। थानाध्यक्ष मुन्न कुमार गुप्ता के निर्देशन में पुलिस की टीमें जुलूस में शामिल रही। उधर, तरियानी, डुमरी कटसरी और पिपराही में भी दशहरा पर भव्य महावीरी झंडे का आयोजन किया गया।  इस तरह के आयोजन के बाद विगत तीन-चार दिनों से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया था। हर कोई इसकी धारा के बह रहा था। चारों ओर से भजन सुनाई पड़ रहे थे।

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