Madhubani News: जज से मारपीट मामले में पुलिस कर्मियों के सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय वापस
पुलिस एसोसिएशन एवं पुलिस मेंस एसोसिएशन की संयुक्त बैठक के बाद की गई घोषणा। पुलिस महासंघ की ओर से जारी निर्देश के आलोक में पुलिस कर्मियों ने लिया निर्णय। पंचायत चुनाव के दौरान विधि-व्यवस्था की समस्या को देखते हुए सामूहिक हड़ताल स्थगित।
मधुबनी, जासं। झंझारपुर कोर्ट परिसर में एडीजे अविनाश कुमार प्रथम के कक्ष में घटी घटना को लेकर पुलिस कर्मियों के सामूहिक अवकाश का निर्णय वापस ले लिया गया है। पुलिस केंद्र में बिहार राज्य पुलिस एसोसिएशन के महामंत्री कपिलेश्वर पासवान की अध्यक्षता में पुलिस एसोसिएशन एवं पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला इकाई की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में विमर्श के बाद यह घोषणा की गई है। महामंत्री कपिलेश्वर पासवान एवं पुलिस एसोसिएशन जिला इकाई के कोषाध्यक्ष सह रहिका थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि झंझारपुर न्यायालय में 18 नवंबर को पुलिस पदाधिकारियों के साथ हुई घटना को लेकर दोनों एसोसिएशन की संयुक्त बैठक हुई है जिसमें घटना कि निंदा की गई।
बैठक में पुलिस महासंघ की ओर से जारी निर्देश पर विस्तार से चर्चा हुई। महासंघ के निर्देशानुसार पंचायत चुनाव के मद्देनजर विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए 25 नवंबर से पुलिस कर्मियों के सामूहिक हड़ताल पर जाने का निर्णय वापस ले लिया गया है। महासंघ ने धैर्य बनाए रखने का निर्देश दिया है। कहा कि महासंघ के नेतृत्व में बहुत जल्द कार्यकारिणी की बैठक कर घटना के परिपेक्ष्य में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। कहा कि संघ को न्यायालय पर पूरा भरोसा है। बैठक में सार्जेंट मेजर आरके निराला, पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कुमार यादव, महामंत्री रविंद्र पासवान, जिला के विभिन्न थानों के थानाध्यक्ष, इंस्पेक्टर, दारोगा, जमादार एवं पुलिसकर्मी मौजूद थे। बता दें कि इस घटना में एडीजे अविनाश कुमार प्रथम ने घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण एवं सब इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार शर्मा पर उनके कक्ष में आकर उनके साथ दुर्व्यवहार करने, अभद्र भाषा का उपयोग करने, मारपीट करने व पिस्तौल तानने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं, थानाध्यक्ष ने भी अपने बयान में एडीजे पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद पुलिस संगठन आरोपित पुलिस पदाधिकारियों के पक्ष में खड़ा हुआ था और 25 नवंबर से सामूहिक अवकाश पर जाने की घोषणा की गई थी।