Madhubani: तीन सरकारी व एक निजी नाव के सहारे झंझारपुर में बाढ़ का सामना करेगा प्रशासन
एसडीओ ने झंझारपुर सीओ के साथ बैठक कर की बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा। आपदा के समय खाद्य भंडारण के लिए स्थल चिन्हित करने का दिया निर्देश। करीब 25 ऊंचे आश्रय स्थल को चिन्हित किया गया है जहां आपदा के समय लोग उसका उपयोग शरणस्थली के रूप में कर सकेंगे।
मधुबनी, जागरण संवाददाता। झंझारपुर प्रखंड के वरीय प्रभारी सह एसडीओ शैलेश कुमार चौधरी ने शुक्रवार को झंझारपुर के सीओ कक्ष में बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में सीओ ने एसडीओ को बताया कि पहले अंचल में कुल सात सरकारी नाव उपलब्ध थे। इनमें से चार नाव जर्जर हो चुके हैं जिसकी मरम्मति नहीं कराई जा सकती है। फिलहाल तीन नाव सरकारी हैं और एक नाव प्राइवेट है। झंझारपुर के कुल 17 पंचायत एवं एक नगर पंचायत के लिए आपदा से निपटने के लिए अंचल प्रशासन ने मानक तैयारियां की है।
करीब 25 ऊंचे आश्रय स्थल को चिन्हित किया गया है, जहां आपदा के समय लोग उसका उपयोग शरणस्थली के रूप में कर सकेंगे। प्रत्येक पंचायत के लिए आठ से दस लोगों की फ्लड फाईटिंग टीम का गठन किया गया है, जिसके सदस्यों की कुल संख्या 144 है। इस टीम की मॉनिटरिंग के लिए दो से तीन पंचायत पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है। इतना ही नहीं, 15 प्रशिक्षित प्राइवेट गोताखोर की सूची उनके मोबाईल नम्बर के साथ मौजूद है जिनका काम विपरीत परिस्थिति में लोगों को संकट से उबारना है।
हालांकि, बैठक में एसडीओ को विपरीत परिस्थिति में भंडारण के लिए जगह नहीं बताई गई। एसडीओ ने कहा कि ऐसे भंडारण वाले जगहों को चिन्हित किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर खाद्य सामग्री वगैरह भंडारित कर रखा जा सके। उन्होनें कहा कि मेडिकल अधिकारी से संपर्क कर मानसून के दौरान संभावित जीवन रक्षक दवाएं, सर्पदंश की स्थिति में उसका ईंजेक्शन आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में बीडीओ कृष्णा कुमार, सीओ कन्हैयालाल, सीआई, राजस्व कर्मचारी मौजूद थे।