मधुबनी: दिल्ली में सविता देवी के खूनी खेल से उजड़ गया लाल किशोर का परिवार
दिल्ली के शकूरपुर में दो बच्चों की हत्या के बाद कर ली खुदकुशी। गांव में था मुंडन कार्यक्रम दिल्ली से खबर मिलते ही माहौल गमगीन। पारिवारिक कलह में सविता ने घटना को अंजाम दिया। वह परिवार के अन्य सदस्यों से बैर रखती थी।
मधुबनी, जासं। जिले के लखनौर थाना क्षेत्र के कसियाम गांव निवासी स्व. रामफल यादव व सुमित्रा देवी की बहू और लाल किशोर यादव उर्फ राजकिशोर यादव की पत्नी सविता देवी के खूनी खेल से यहां मातम पसरा है। सविता ने गुरुवार रात दिल्ली के शकूरपुर में दो मासूम बच्चों की हत्या के बाद खुद को मौत को गले लगा लिया। दिल्ली से फोन आते ही सभी स्तब्ध रह गए। जश्न का माहौल मातम में बदल गया।
पारिवारिक कलह में हुई घटना
सास सुमित्रा देवी, जेठ राजकुमार यादव आदि ने बताया कि पारिवारिक कलह में सविता ने घटना को अंजाम दिया। वह परिवार के अन्य सदस्यों से बैर रखती थी। जेठ राजकुमार यादव के दो पुत्र आयुष और आशीष का गुरुवार को मुंडन संस्कार था। सगे संबंधियों को निमंत्रण भेजा गया था। भोज का भी आयोजन किया गया था। लेकिन, सविता पति व बच्चों के साथ शामिल नहीं हुई। हालांकि, उसके मायके से लोग पहुंचे थे। इस दौरान सविता अपने भाई नीतीश यादव को बार-बार फोन कर मुंडन संस्कार में जाने से मना कर रही थी। कई बार नीतीश को फोन कर आपत्ति जताई। कहा कि अब उसके जीने का कोई मतलब नहीं। इस बीच रात 11 बजे दिल्ली से सूचना आई कि सविता ने चार वर्षीय पुत्र आदित्य और चार माह की पुत्री नासिका की हत्या के बाद आत्महत्या कर ली। सास सुमित्रा देवी दहाड़ मारकर रोते हुए कह रही थी- ई कि केलिअई यै कनिया, घरे उजाड़ देलिअई हमर बेटा के। सविता का पति दिल्ली के किसी होटल में काम करता है।
उजड़ गया लाल किशोर का परिवार
सविता के पति पांच भाई हैं। सभी कमाते हैं और पक्का मकान भी बनाए हैं। जमीन वगैरह बहुत कम है, लेकिन परिवार खुशहाल है। ग्र्रामीणों ने बताया कि मायके वाले के मुंडन संस्कार में आने के कारण सविता ने यह घिनौना कदम उठाया। इससे लाल किशोर यादव का परिवार ही उजड़ गया।