Durga Puja-2021: बड़ा प्यारा सजा मां भवानी का दरबार, तस्वीरों में देखिए मुजफ्फरपुर की दुर्गापूजा

Durga Puja-2021 मां महाकाली के आह्वान व तांत्रिक सिद्धि के लिए की गई निशा पूजा देवी मंदिर में मां के दर्शन के लिए सुबह पांच बजे से ही लग गई थी कतार मां महागौरी के जयकारे के साथ बीच-बीच में भक्तों का जबरदस्त उत्साह दिखा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 11:43 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 11:43 AM (IST)
Durga Puja-2021: बड़ा प्यारा सजा मां भवानी का दरबार, तस्वीरों में देखिए मुजफ्फरपुर की दुर्गापूजा
जूरन छपरा स्थित महामाया स्थान में बने केदारनाथ मंदिर के स्वरूप में पंडाल। जागरण

मुजफ्फरपुर, जासं। शारदीय नवरात्र पर मां महागौरी की एक झलक पाने को हर कोई बेताब। मां के प्रति भक्तों का ऐसी श्रद्धा कि सुबह पांच बजे से ही दर्शन के लिए रमना स्थित मां राज राजेश्वरी देवी मंदिर, मां बगलामुखी मंदिर, मां काली वैष्णो मंदिर, महामाया स्थान में भक्तों की लंबी कतारें लगी थीं। मां महागौरी के जयकारे के साथ बीच-बीच में भक्तों का जबरदस्त उत्साह दिख रहा था व आगाध भक्ति की गंगा बह रही थी। घंटों तक कतार में खड़े होकर लोगों ने देवी मां के दर्शन किए। मां जगतजननी की खोईंछा भरने के लिए भी महिलाएं बड़ी संख्या में कतार में खड़ी थीं। दिनभर लोगों ने माता रानी के दर्शन किए।

बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, यहां भक्तों की...

पूजा पंडालों में सुबह से ही मा दुर्गा की महाआरती और पूजन के साथ पूरा शहर भक्ति की गंगा में डुबकी लगाने लगा। जो जहां था वहीं मां की भक्ति में लीन हो गया। अघोरिया बाजार चौक पर सुबह सात बजे मां के दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में महिलाएं खड़ी थीं। वहीं जूरन छपरा स्थित महामाया स्थान में बने केदारनाथ मंदिर के स्वरूप में पंडाल को देखने के लिए दूर-देर से दिनभर श्रद्धालुओं का आना रहा। यहां मां दुर्गा राक्षस शुंभ-निशुंभ का वध करती दिख रहीं हैं। कल्याणी चौक पर भी इसी स्वरूप का पंडाल भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। पंकज मार्केट में मां दुर्गा की रथपर सवार प्रतिमा देख हर कोई नतमस्तक हो रहा था। गोला रोड स्थित दुर्गा मंदिर में मां का भव्य दरबार सजा है। यहां कामख्या से पहुंचे पंडित ने मां की विशेष पूजा कराई। पूजा पंडालों में दिनभर मां दुर्गा के भजन गाए-बजाए जाते रहे। बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, शेरां वाली, जोतां वाली, मेहरां वाली मां...आ मां आ तुझे दिल ने पुकारा आदि भजनों से पूजा पंडाल भक्तिमय हो रहा था।

तांत्रिक सिद्धि के लिए मां बगलामुखी की निशा पूजा 

महाअष्ठमी पर देर रात्रि में निशा पूजा के साथ मां महाकाली का आह्वान किया गया। तांत्रिक सिद्धि के लिए यहां दूर-दूर से साधक और औघर पहुंचे थे। रात्रि में विधिवत मंत्रोच्चार और विधि विधान से तांत्रिक सिद्धि कराई गई। माता को प्रसन्न करने के लिए नारियल की सात्विक बली दी गई। दुर्गासप्तशती के कुछ विशेष पृष्ठों का पाठ भी किया गया। मान्यता है कि महाष्टमी की रात्रि में मां बगलामुखी की इस निशापूजा में शामिल होने मात्र से प्राणियों का जीवन धन्य हो जाता है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। तांत्रिक मां बगलामुखी के अनुष्ठान के साथ ही तांत्रिक शक्तियों की सिद्धि प्राप्त कर लेते हैं।

छाता चौक पर मां की प्रत‍िमा...

नवमी पर उपासना व हवन का विशेष महत्व :

नवमी तिथि पर उपासना का विशेष महत्व होता है। आध्यात्मिक गुरु पं.कमलापति त्रिपाठी प्रमोद बताते हैं कि नवमी तिथि के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन हवन करने से असीम फल की प्राप्ति होगी।

खिलौने पाकर खिले बच्चों के चेहरे 

पूजा पंडाल में स्वजनों के साथ आए बच्चों ने मां दुर्गा की पूजा के बाद बाहर सजी खिलौंनों की दुकानों पर जमकर खरीदारी कराई। बैलून, गुडिय़ा, बांसुरी समेत अन्य खिलौनों को पोकर बच्चों के चेहरे खिले हुए थे। वे खुशी से चहक रहे थे। बता दें कि पिछले वर्ष नवरात्रि पर मां की प्रतिमा स्थापित नहीं हुई थी। इस कारण बच्चों को मायूसी हुई थी।

कोरोना निर्देशों की उड़ी धज्जियां 

पूजा पंडालों और देवी मंदिरों में उमड़ रही भारी भीड़ कोरोना की तीसरी लहर को दावत दे रही है। बिना मास्क लगाए ही लोग लापरवाही से पंडालों में बेरोक-रोक भ्रमण कर रहे हैं। हालांकि, कल्याणी चौक, पंकज मार्केट समेत कुछ पंडालों में तैनात कार्यकर्ता लोगों को लगातार मास्क पहनने की अपील कर रहे हैं।

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