उत्तर बिहार में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र, पूरबा हवा के बीच होगी हल्की बारिश

मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि एक बार फिर उत्तर बिहार में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसका असर शुरू में धीमा रहेगा लेकिन बाद में अच्छी बारिश होगी। इधर नदियों के जलस्तर में लगातार गिरावट जारी है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 06:12 AM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 06:12 AM (IST)
उत्तर बिहार में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र, पूरबा हवा के बीच होगी हल्की बारिश
अभी बार‍िश से मुक्‍त‍ि म‍िलने की उम्‍मीद नहीं की जा रही है। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। मानसून की सक्रियता अभी जारी है। बुधवार को रुक-रुक कर एक- दो जगह पर हल्की बारिश हुई। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि एक बार फिर उत्तर बिहार में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इसका असर शुरू में धीमा रहेगा, लेकिन बाद में अच्छी बारिश होगी। इधर, नदियों के जलस्तर में लगातार गिरावट जारी है। 

इस तरह रहा नदी का जलस्तर

बुधवार को बूढी गंडक नदी का जलस्तर 51.41 मीटर पर रहा। यहां खतरे का निशान 52.53 मीटर है। बागमती का जलस्तर 53.81 मीटर पर रहा। जबिक खतरे का निशान 55.23 मीटर पर है। गंडक का जलस्तर 52.79 मीटर पर रहा जबकि खतरे का निशान 54.41 मीटर है।

शहर के निचले इलाके में संकट गहराया

बूढी गंडक किनारे बसे कांटी के मिठनसराय, विजयी छपरा के साथ इधर शहरी क्षेत्र में आश्रमघाट, माधव नगर, हनुमंत नगर, झील नगर, कर्पूरी नगर इलाके में बाढ़ के पानी से घिरा है। शहर से सटे छींट भगवतीपुर, शिवपुरी, लकड़ीढ़ाई इलाके में समस्या कायम है। मोहल्ले में पानी फैल जाने से सबसे अधिक परेशानी पेयजल संकट को लेकर हो रही है। नगर निगम की ओर से पेयजल की मांग स्थानीय लोग कर रहे हैं।  

शिवहर : जिले में बारिश का दौर जारी है। बुधवार की रात जमकर बारिश हुई। गुरुवार की सुबह से बूंदाबांदी जारी है। आसमान बादलों से पटा है। तेज हवा भी बह रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के भीतर भारी बारिश और वज्रपात की आशंका व्यक्त की है।

उत्तर बिहार में लगातार बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि

मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में रुक-रुक कर हो रही बारिश से नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही हैं। इनका प्रकोप निचले इलाकों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। बुधवार को गंडक बराज से 98 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पश्चिम चंपारण में ओरिया, करताहां, सदभांवका, धूतहां व सिकरहना नदियों का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ा। मैनाटांड़ में दोरहम नदी के कटाव से बिरंची गांव के 15 घर डूब गए। ओरिया नदी का पानी इनरवा बाजार में घुस गया। इनरवा एसएसबी कैंप के समीप बाढ़ का पानी बह रहा है। मानपुर थाने के चक्रसन के पास पुलिया ध्वस्त हो जाने से आवागमन ठप है। गौनाहा में पहाड़ी नदियों के उपद्रव से मुरली भरहवा व माधोपुर के 150 घरों में पानी घुसा है। प्रेमनगर और सहोदरा के पास डायवर्सन बह गया है। पंडई नदी में बाढ़ का कहर नरकटियागंज के दहड़वा और खेखरियाटोला पर है। मनियारी नदी में बाढ़ से मंझरिया और बिक्रमपुर गांव का सड़क संपर्क भंग हो गया है। सीतामढ़ी में अधवारा समूह की नदियों में उफान देखा जा रहा है। झीम, गोगा व सिंगियाही नदी कई जगह खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मधुबनी में भी धौंस, यमुनी, सिमरा, रातो एवं मरहा समेत अन्य नदियों का जलस्तर तेजी से बढऩे लगा है।

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