मुजफ्फरपुर केंद्रीय विद्यालय में नामांकन की निकली लाटरी, चयनितों को एसएमएस से जानकारी

नामांकन के लिए दो शिफ्टों में सुबह 930 से दोपहर 12.20 और दोपहर 120 से शाम 430 तक अभिभावक नामांकन के लिए आएंगे। यहां पहली कक्षा में 200 सीटों पर दाखिला होना है। इसके लिए दो हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:08 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 10:07 AM (IST)
मुजफ्फरपुर केंद्रीय विद्यालय में नामांकन की निकली लाटरी, चयनितों को एसएमएस से जानकारी
गन्नीपुर में 29 जून और झपहां में 30 जून तक होगी नामांकन की प्रक्रिया।

मुजफ्फरपुर, जासं। पहली कक्षा में दाखिले के लिए बुधवार को केंद्रीय विद्यालय गन्नीपुर और झपहां की ओर से लाटरी के माध्यम से पहली मेधा सूची जारी कर दी गई। इसमें सेवा श्रेणी और आरटीई की पात्रता वाले अभ्यर्थियों को चयनित किया गया। चयनित अभ्यर्थियों को मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से चयन की सूचना दी गई है। केंद्रीय विद्यालय गन्नीपुर के प्राचार्य संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि स्कूल के सूचना पट्ट पर भी इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। चयनित अभ्यर्थियों के अभिभावकों को कहा गया है कि वे 29 जून तक स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया पूरी करेंगे। स्कूल के मुख्य द्वार पर 10-10 की संख्या में अभिभावकों को कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करते हुए प्रवेश प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।

नामांकन के लिए दो शिफ्टों में सुबह 9:30 से दोपहर 12.20 और दोपहर 1:20 से शाम 4:30 तक अभिभावक नामांकन के लिए आएंगे। यहां पहली कक्षा में 200 सीटों पर दाखिला होना है। इसके लिए दो हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। उधर, झपहां स्थित केंद्रीय विद्यालय में निर्धारित 80 सीटों पर दाखिले के लिए मेधा सूची लाटरी के माध्यम से निकाली गई। स्कूल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि 30 जून तक नामांकन का समय दिया गया है। चयनित अभ्यर्थियों को मोबाइल पर एसएमएस भेजा गया है। साथ ही वेबसाइट पर भी समेकित मेधा सूची जारी की जा रही है। 30 जून को दूसरी मेधा सूची जारी की जाएगी।  

सदर अस्पताल में आशा का प्रदर्शन, समय पर राशि नहीं मिलने पर नाराजगी

जासं, मुजफ्फरपुर : अनुदान नहीं मिलने से नाराज शहरी क्षेत्र की आशा ने सदर अस्पताल में हंगामा किया। आरोप था कि काम करने के बाद भी छह माह से अनुदान नहीं दिया जा रहा हैं। ऐसे में उन्होंने कार्य का बहिष्कार की चेतावनी दी। इधर सीएस डा.एसके चौधरी ने जानकारी मिलने के बाद नाराजगी जताते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी आशा का भुगतान कर दिया जाएगा। आक्रोशित आशा का कहना था कि कोरोना संक्रमण के दौरान हर घर जाकर दवा व मरीजों की स्थिति देखने के साथ अब टीकाकरण के लिए लोगों को केंद्र तक ला रहे हैं। ऐसे में हर माह अनुदान की राशि का बिल बना दिया जा रहा है, लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है। जानकारी के अनुसार जिले में 2640 आशा कार्यकर्ता हैं। ये टीकाकरण व कोविड में कार्य कर रहे हैं। सीएस ने बताया कि आशा को जो परेशानी है उसे दूर करने के लिए सभी शहरी पीएचसी प्रभारी के साथ समीक्षा कर उसका निदान कराया जाएगा।

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