पश्चिम चंपारण में मजदूरों के सामने अचानक पहुंचा तेंदुआ, स्थानीय ग्रामीण भयभीत
तेंदुआ को देख साइकिल छोड़कर भागे मजदूर वाल्मीकिनगर के इलाके में जंगल से तेंदुआ निकालना अब आम बात ऐसे में लोगों को सजग रहने की जरूरत है। तेंदुए की डर से शाम के वक्त ग्रामीण बाहर निकलने से कतराते हैं।
पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर), जासं। सीमावर्ती गांवों में तेंदुए की दस्तक के बाद ग्रामीण डर के साये में रह रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से तेंदुआ लगातार गांव के आसपास देखा जा रहा है। गांव में घुसकर एक दर्जन से अधिक बकरियों का शिकार कर चुका है। किसान झुंड बनाकर अपने खेतों में जा रहे हैं। इन गांवों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है। ग्रामीण भी पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। इसी क्रम में दोन सेवा पथ पर जब कुछ मजदूर वाल्मीकिनगर से काम कर के अपने घर लौट रहे थे तभी अचानक एक तेंदुए सामने पड़ गया। तेंदुआ देख सब भयभीत हो गए। मजदूरों में छोटेलाल मुसहर,रमेश उरांव,रामजी चौधरी आदि ने बताया कि काम कर अपने घर की ओर लौटते समय अचानक से एक तेंदुए को देख अपने अपने साइकिल को सड़क पर छोड़ भाग खड़े हुए। हालांकि तेंदुआ कुछ समय के बाद घने जंगलों में चला गया।तेंदुए को जंगल में जाने के बाद मजदूर साइकिल लेकर अपने घरों की ओर भाग निकले। इस बाबत रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि वन क्षेत्रों में वन्य जीवों का विचरण सामान्य बात है। लोगों से अपील है कि सजग और सतर्क रहें।