यात्री आसानी से देख सकेंगे डिस्प्ले बोर्ड पर ट्रेनों की जानकारी, लगाई जाएगी एलएफडी

समस्तीपुर, बेतिया, नरकटियागंज और रक्सौल स्टेशन पर लगाई जाएगी डिस्प्ले बोर्ड, डिस्प्ले बोर्ड लगाने में 92.16 लाख रुपये होंगे खर्च,

By Ajit KumarEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 04:17 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 04:17 PM (IST)
यात्री आसानी से देख सकेंगे डिस्प्ले बोर्ड पर ट्रेनों की जानकारी, लगाई जाएगी एलएफडी
यात्री आसानी से देख सकेंगे डिस्प्ले बोर्ड पर ट्रेनों की जानकारी, लगाई जाएगी एलएफडी

समस्तीपुर, जेएनएन। रेलवे स्टेशनों पर अब यात्रियों को आसानी से ट्रेनों की जानकारी देखने को मिलेगी। इसके लिए लार्ज फार्मेट डिस्प्ले (एलएफडी) लगाए जाएंगे। इस पूरे सिस्टम को कॉम्प्रिहेंसिव ट्रेन डिस्प्ले सिस्टम नाम दिया गया है। पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल के चार रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को इसकी सुविधा दी जाएगी। इसमें समस्तीपुर, बेतिया, नरकटियागंज और रक्सौल रेलवे स्टेशन शामिल है। इसके अलावा मंडल में समस्तीपुर सम्मेलन कक्ष में भी डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाएगा।

    इसके लिए 92 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। रेल मंडल को इस सिस्टम को लगाने की मंजूरी हाल ही में मुख्यालय से मिली है। जिसके बाद समस्तीपुर रेल मंडल प्रशासन की ओर से प्रक्रिया तेज कर दी गई है। नए सिस्टम की खासियत यह होगी कि इस पर ट्रेन के इंफॉर्मेशन को अकेले लाल रंग में ही नहीं, बल्कि किसी भी रंग के अक्षरों में देखा जा सकेगा। डिस्प्ले बोर्ड में अलग-अलग रंगों का चयन करेंगे।

   इससे यात्रियों को डिस्प्ले देखने में काफी अच्छा लगेगा। इस सिस्टम को लगाने के लिए सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग की ओर से प्रक्रिया तेज कर दी गई है। समस्तीपुर मंडल के समस्तीपुर, बेतिया, रक्सौल और नरकटियागंज में लॉर्ज फॉर्मेट डिस्प्ले लगाने के लिए 64 लाख 10 हजार 504 रुपये आवंटित किया गया है। जबकि, सम्मेलन कक्ष में लगाने के लिए 28 लाख 5 हजार 596 रुपये आवंटित किए गए हैं।

सिग्नल व्यवस्था को दुरुस्त करने की भी बनी रणनीति

समस्तीपुर मंडल में सेक्शन सिग्नल के मेंटेनेंस कार्य कराया जाएगा। इसको लेकर विभागीय स्तर पर पहल तेज कर दी गई है। समस्तीपुर मंडल के समस्तीपुर डीएसटीई, एएसटीई पश्चिम, एएसटीई नरकटियागंज और एएसटीई समस्तीपुर में कार्य कराया जाएगा। सिग्नल व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रेलवे की ओर से पहल की गई है। इसके लिए विभागीय स्तर पर एक करोड़ 95 लाख 14 हजार 481 रुपये खर्च किए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी