Langat Singh Death Anniversary: सामाजिक उत्थान के अग्रदूत रहे लंगट सिंह, मिले भारत रत्न
Langat Singh Death Anniversary लंगट सिंह स्वाधीनता आंदोलन के अग्रयोद्धा दानवीर शांति व सामाजिक उत्थान के अग्रदूत थे। यह बातें उनकी 109 वीं पुण्यतिथि पर भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट द्वारा एलएस कॉलेज स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहीं।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। लंगट सिंह स्वाधीनता आंदोलन के अग्रयोद्धा, दानवीर , शांति व सामाजिक उत्थान के अग्रदूत थे। यह बातें उनकी 109 वीं पुण्यतिथि पर भूमिहार ब्राह्मण सामाजिक फ्रंट द्वारा एलएस कॉलेज स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो.ओपी राय ने की। मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि लंगट बाबू का संपूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, बलिदान परोपकार के लिए जाना जाता है। वे युगद्रष्टा, युगांतकारी संत थे। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय लंगट बाबू एवं उनके पौत्र दिग्विजय बाबू आज भी सामाजिक जीवन का अद्भुत मिसाल हैं।
उन्होंने अपने लिए कुछ नहीं किया, बल्कि जीवन पर्यंत समाज के लिए समर्पित रहे। वे आज भी हम सब के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने लंगटबाबू द्वारा शिक्षा व सामाजिक क्षेत्रों में किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर के लिए उन्होंने जो किया वह एक मिसाल है। उनका जीवन आज भी हमारे समाज के लिए एक अमिट धरोहर है। फ्रंट के संयोजक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने लंगट बाबू के कृतित्व पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने एक प्रस्ताव ला कर केंद्र सरकार से लंगट बाबू को भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करने की मांग की।
प्राचार्य प्रो. राय ने अपना संकल्प दोहराते हुए कॉलेज का शैक्षणिक व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ करने का एलान किया। श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में डॉ. हरेंद्र कुमार, लक्ष्मी नारायण सिंह, सुनील कुमार सिंह, अजय ओझा, धर्मवीर शुक्ला, विजय कुमार, मनोज सिंह, रणधीर कुमार सिंह, केके प्रशांत,सुखदेव ओझा,संतोष कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, शंभू शरण ठाकुर, हरेराम मिश्रा, अतुल कुमार, सुधीर कुमार पांडेय, निलाभ कुमार, पीएन सिंह आजाद, सीपी सिंह आदि प्रमुख थे।