LNMU: एमएसयू को छात्र संगठन की मान्यता नहीं, आंदोलन करने वाले सभी उपद्रवी : विवि प्रशासन
Lalit Narayan Mithila University मिथिला स्टूडेंट यूनियन के नौ छात्र नेताओं पर प्राथमिकी दर्ज- विश्वविद्यालय कुलसचिव और दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक ने दर्ज कराई प्राथमिकी। आंदोलनकारी छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज करवाए जाने का किया विरोध। एमएसयू कार्यकर्ताओं ने कुलपति और कुलसचिव का फूंका पुतला।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुश्ताक अहमद और दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने 15 अप्रैल को विवि थाने में नौ एमएसयू छात्र नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। थाने में दर्ज की गई शिकायत में कुलसचिव ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन नाम का एक छात्र संगठन, जिसको विवि से छात्र संगठन का मान्यता भी नहीं मिला है। उक्त संगठन के लगभग 50 व्यक्तियों ने 15 अप्रैल की सुबह 10:30 बजे विवि कार्यालय पहुंचकर कार्यालय के काम को बाधित कर दिया। वहीं कुलपति आवास पहुंचकर हंगामा करते हुए आवास के मुख्य गेट को तोड़कर कुलपति आवास के अंदर घुसने की कोशिश की। ये सभी उपद्रवी एवं अराजक तत्व राष्ट्रीय आपदा कानून का खुला उल्लंघन कर रहे हैं। वहीं दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने भी दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में तोडफ़ोड़ और परीक्षा कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर उक्त सभी नौ छात्र नेताओं के खिलाफ 15 अप्रैल को ही विवि थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। बताया है कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन के नौ छात्र नेताओं ने 13 अप्रैल को निदेशालय पहुंचकर तोडफ़ोड़ करते हुए निदेशालय के कर्मचारी से मारपीट और गालीगलौज की। इन सभी छात्रों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
आंदोलनकारी छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज करवाए जाने का किया विरोध
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शुक्रवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के छात्र नेताओं ने कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह और कुलसचिव डॉ. मुश्ताक अहमद का पुतला फूंका। छात्रों ने पुतला दहन कार्यक्रम में कहा कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में एमएसयू छात्र नेताओं के कर्मचारियों ने मारपीट की थी। जिसके विरोध में आंदोलन किया जा रहा है। इसी दौरान दूरस्थ शिक्षा निदेशालय और विवि कुलसचिव के द्वारा छात्रों पर विश्वविद्यालय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जो कि छात्र आंदोलन को खत्म करने की साजिश है। एमएसयू मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय प्रभारी अमन सक्सेना ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुलपति और कुलसचिव छात्र आंदोलन को समझ नही पा रहे हैं, बिना जांच पड़ताल के ही छात्रों पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई जाती है। एमएसयू मुख्य प्रवक्ता जय प्रकाश झा ने कहा विश्वविद्यालय द्वारा हजारों की संख्या में छात्रों को प्रमोट और फेल किया किया जाता है। कोरोना संक्रमण काल में ही छात्रों को फेल और प्रमोट किया गया है।