सीतामढ़ी ज‍िले धान क्रय केंद्र की कमी और खाद की किल्लत किसानों की ज्वलंत समस्या

sitamarhi news डुमरा प्रखंड के मेथौरा व बेरवास पंचायत के लोगों से मिले सीतामढ़ी विधायक उन्‍होंने ने कहा माह के अंत‍िम रव‍िवार को क‍िसी भी समस्‍या के न‍िदान के ल‍िए हम भाजपा ज‍िला कार्यालय में उपलब्‍ध रहेंगे ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 02:45 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 02:45 PM (IST)
सीतामढ़ी ज‍िले धान क्रय केंद्र की कमी और खाद की किल्लत किसानों की ज्वलंत समस्या
डुमरा प्रखंड के मेथौरा में लोगों से मिलकर समस्याओं से अवगत होते विधायक डॉ.मिथिलेश कुमार। जागरण

सीतामढ़ी, जासं। विधायक डॉ. मिथिलेश कुमार जनसम्पर्क एवं समस्या संकलन अभियानके तहत डुमरा प्रखंड के मेथौरा पंचायत में लोगों से लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हुए। इस दौरान ऑन द स्पॉट संबंधित पदाधिकारी से ग्रामीणों की बात कराकर समस्या निदान के निर्देश दिए। जिला कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, ग्रामीण कार्य विभाग एवं कई संबंधित विभाग के अधिकारी से सीधी बात कराई गई। इस दौरान धान क्रय केंद्र की कमी, खाद - बीज की कालाबाजारी एवं दाखिल खारिज में शोषण की लोगों ने शिकायत की। विधायक ने कहा हर महीने के अंतिम रविवार को 10 बजे दिन में भाजपा जिला कार्यालय में किसी भी समस्या के लिए हम उपलब्ध रहेंगे और संबंधित पदाधिकारी से बात कर ससमय समस्या का निदान कराया जाएगा ।

मालूम हो कि इन दिनों गेहूं की बुआई चल रही है। इसको लेकर खाद की मांग बढ़ी है। लेकिन किसानों को खाद मिलने मं देरी हो रही है । खाद के लिए विभिन्न प्रखंड मुख्यालय स्थित बस्कोमान केंद्रों पर किसानों की लंबी-लंबी लाइन लग रही है । पिछले दिनों पुपरी एवं सुरसंड में खाद के लिए किसान दो-दो दिन तक चक्कर लगाना पड़ रहा है। खाद नहीं मिलने पर पुपरी एवं सुरसंड में बीते दिनों हंगामा भी किया था। इससे पूर्व उन्होंने बेरबास पंचायत में लोगों से मिलकर जनसमस्याओं से अवगत हुए।

विधायक डॉ.कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के निर्माण मे गति की जरूरत है। निर्माण की गति धीमी होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। कहा कि आपलोग अपने गांव को स्वच्छ रखें । स्वच्छता के लिए सरकारी स्तर पर व्यवस्था बेहतर ढंग से करने की जरूरत है। साथ ही इसके लिए आमलोगों को भी जागरूक होना होगा । ताकि नेशनल स्वच्छता रैंकिंग में अगली बार मां जानकी जन्मभूमि सीतामढ़ी को शामिल हो सके।

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